साडा की आज आखिरी रात
- कल से एमडीडीए मुख्यालय में साडा शुरू करेगा अपना कार्य
- ट्यूजडे को साडा मुख्यालय में दिनभर पैक होती दिखीं फाइलें>DEHRADUN: अगर आप साडा (दून वैली स्पेशल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी) में कंपाउंडिंग व रेजिडेंशियल मैप पास कराने के लिए आवेदन करना चाह रहे हैं, तो चंद घंटे शेष हैं। यानि आज रात 12 बजे तक ही एप्लीकेशन एक्सेप्ट हो पाएंगे। इसके बाद ऐसी एप्लीकेशन मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीएए) के मुख्यालय में ही प्राधिकरण की प्रक्रिया के तहत स्वीकार्य होंगे। दरअसल, साडा के एमडीडीए में विलय होने के बाद पहली अगस्त से साडा का पूरी तरह से एमडीडीए में विलय हो जाएगा। उसके बाद वह एमडीडीए कहलाएगा। इधर, 12 प्रीतम रोड डालनवाला में स्थित साडा के ऑफिस की शिफ्टिंग का काम जोरों पर है। यहां स्थित साडा के ऑफिस का वर्किंग डे आज आखिरी बताया गया है। वहीं, ट्यूजडे को साडा ऑफिस में पेंडिंग वर्क को निपटाने का काम जोरों पर रहा। ऑफिस के बाहर लगा बोर्ड भी हटा दिया गया है।
साडा ऑफिस की आखिरी वर्किंग डेट थी 31 जुलाईपिछले दिनों साडा के एमडीडीए में विलय होने के बाद एमडीडीए के वीसी डा। आशीष श्रीवास्तव से एमडीडीए व साडा के अधिकारियों की ज्वाइंट बैठक ली थी। साडा अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि रेजिडेंशियल मैप की परमिशन के लिए आने वाली एप्लीकेशंस व उनके निस्तारण की आखिरी डेट 31 जुलाई तय मानी जाएगी। कहा गया था कि साडा के सचिव पहले की तर्ज पर साडा के कार्य देखेंगे और एमडीडीए के अधिकारियों को यह निर्देश दिए थे कि एमडीडीए मुख्यालय में साडा के कार्मिकों के बैठने के इंतजाम किए जाएं। अब साडा के अधिकारियों के बैठने के एमडीडीए में इंतजाम कर लिए गए हैं। साडा का पूरा ऑफिस फिलहाल के लिए पहले फ्लोर में शिफ्ट होने की बात कही गई है। दूसरी ओर साडा के ऑफिस में एमडीडीए के लिए रवानगी की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। ट्यूजडे को साडा ऑफिस में पेंडिंग वर्क को निपटाने का काम जोरों पर रहा।
आज से साडा की साइट भी हो जाएगी बंदसाडा ऑफिस में दिनभर कर्मचारी अपनी फाइलों की पोटलियां बांधते नजर आए। हालांकि इस बीच एकाध लोग भी नजर आए, जो मैप की स्वीकृति के लिए चक्कर काटते दिखे। इस दौरान साडा अधिकारियों ने ऑफिस में पहुंचने वाले लोगों को भरोसा दिया कि नियमानुसार उनके एप्लीकेशन स्वीकार कर निस्तारित की जा रही हैं। एई सुधीर गुप्ता ने बताया कि साडा के तहत रेजिडेंशियल मैप के लिए आने वाले आवेदन 31 जुलाई रात 12 तक ही मान्य होंगे। इसके बाद विधिवत तौर पर साडा की साइट बंद कर दी जाएगी। एमडीडीए की ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत एप्लीकेशंस एक्सेप्ट किए जाएंगे। बताया गया कि पहली अगस्त से प्रीतम रोड डालनवाला में साडा का ऑफिस पूरी तरह से बंद माना जाएगा। वहीं, साडा ऑफिस के बाहर लगाया बोर्ड भी हटा दिया गया है।
- साडा का गठन किया गया था यूपी के दौरान वर्ष 1986 में। - साडा के गठन का उद्देश्य दून व आस-पास के विशेष क्षेत्र को प्रिजर्व करना था। - उस वक्त दून में अधिकतर एरिया पूरी तरह से फॉरेस्ट कवर्ड एरिया व लैंड यूज कम था। - साडा में वर्तमान मेंकेवल ऑनलाइन मैप स्वीकृति की व्यवस्था है। - बाकी कार्य हो रहा मैनुअल, आर्किटेक्ट्स को दी जा चुकी है ऑनलाइन ट्रेनिंग। - साडा में परवादून व पछुवादून दो जोन के लिए 30 ड्राफ्टमैन रजिस्टर्ड हैं। - साडा में पूरा स्टॉफ 21 कार्मिकों का, कुछ आउटसोर्स कार्मिक भी शामिल। - साडा में सृजित पोस्ट के एगेंस्ट अब भी कई पोस्ट हैं खाली, एक एई व एक जेई ही उपलब्ध।- एमडीडीए के पुराने ऑफिस 12 प्रीतम रोड में साडा का ऑफिस वर्ष 2013 में हुआ था स्थापित।
- साडा एमडीडीए को किराया कम, बल्कि बिजली, पानी जैसी सुविधाओं का देता है खर्च।
- दून वैली स्पेशल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी का पूरा वर्ग क्षेत्र 1620 वर्ग मीटर। - साडा का मास्टर प्लान 2016 में लागू हुआ था, जो वर्ष 2021 तक है लागू। - वर्ष 1986 से लेकर अब तक साडा ने करीब 8 हजार से अधिक केस दर्ज किए हैं। - अब तक मैप पास कराने, कंपाउंडिंग की धनराशि सचिव साडा के नाम के एकाउंट में होती थी जमा। - साडा का सालाना राजस्व करीब 5-6 करोड़ रुपए आंका गया है। - साडा में अब तक की फाइलों की संख्या 9 हजार के पार।