Meerut: मेहनत रंग लाती है. जोश जुनून और जज्बा भी खेल में काम आता है. यूपी के कप्तान मेरठी बादल सिंह ने गुरुवार को ये बता भी दिया. छत्तीसगढ़ के खिलाफ 107 रन की पारी स्पेशल तो रही लेकिन इससे भी स्पेशल कुछ रहा है बादल के लिए जिसने इस खिलाड़ी को जुझारू बना दिया है.


डेब्यू में ही कप्तानी दरअसल, बादल सिंह पहले अंडर-14 का कप्तान थे, जिसे ओवर एज होने के बाद बादल को अंडर-16 में प्रमोट किया, साथ ही कप्तानी का भी मौका मिला। पिछले मुकाबले में विदर्भ के खिलाफ नागपुर में कप्तानी का बीड़ा उठाया और यूपी की टीम की सफल कप्तानी करके दिखाई। अब अपने दूसरे मुकाबले में भी बादल अपनी टीम को जीत दिलाने के नजदीक पहुंच गए हैं। शतक पर शतक अपने डेब्यू मुकाबले में ही बादल सिंह ने 179 रन की शानदार पारी खेलकर दिखा दिया कि वो कप्तानी के दबाव में नहीं है। इसके बाद लगातार दूसरा शतक मेरठ में, इससे बादल कसौटी पर खरा उतरा नजर आया है। परिवार को समर्पित शतक
बादल सिंह ने कहा कि वह खुश है कि उसने अपने परिवार के सामने शतक जड़ा है। ये शतक उनके लिए स्पेशल रहेगा, जो वो अपने परिवार को समर्पित करता है। बादल ने कहा कि उनके लिए यादगार शतक तो विदर्भ के खिलाफ बनाए गए 179 रन हैं। कप्तानी में बिखरना नहीं सीखा


कई खिलाड़ी कप्तानी के बोझ तले अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान नहीं दे पाते, लेकिन इस युवा के लिए कप्तानी ही उसके मैजिकल परफोर्मेंस का नतीजा है। बादल ने साफ कहा कि पहले अंडर-14 की कप्तानी मिलना, फिर डेब्यू में ही अंडर-16 का कप्तान बनना काफी सुखद रहा। इससे उसमें काफी कांफीडेंस जागा और वो शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। बेहद खुशी हुई है बादल ने अपने घरेलू मैदान पर अपनों के सामने शतक बनाया है। एक कोच के लिए इससे बड़ी बात क्या होगी। संजय रस्तोगी, बादल के कोच

Posted By: Inextlive