- शिरडी संस्थान के ट्रस्टी पर लगाया किताब से व्यापार करने का आरोप

शिरडी संस्थान के ट्रस्टी पर लगाया किताब से व्यापार करने का आरोप

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: शिरडी के साई बाबा मुस्लिम नहीं बल्कि पुष्करणा ब्राम्हण हिंदू हैं। वह राजस्थान जोधपुर के फलोदी गांव के निवासी थे। संन्यास से पूर्ण उनका नाम बागमल थानवी था। अखिल भारतीय श्री धर्मरक्षा सेना के राष्ट्रीय संयोजक जानकीशरण अग्रवाल ने ये बातें कहीं हैं। उन्हेांने कहा कि बागमल के पिता का नाम हरिराम थानवी और माता का नाम अम्बा देवी था। क्म् वर्ष की उम्र में वैराग्य उत्पन्न हो जाने के कारण वह मुंबई आ गए थे। उन्होंने कहा कि साई बाबा की जाति जन्म को लेकर गलत भ्रांतिपूर्ण प्रचार किया जा रहा है।

विरोध करने वाले स्वार्थी

माघ मेले में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जानकीशरण ने कहा कि जो लोग साई पूजा का विरोध कर रहे हैं उन्हें स्वार्थ पूर्ण राजनीति से उठकर भारत देश के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि साई ने खुद को कभी भगवान नहीं कहा। सत्य साई चरित्र किताब शिरडी संस्थान से प्रकाशित होती है। जिसे लिखने वाले गोविंद बल्लभ पंत हैं जो क्9क्क् में साई के सपंर्क में आए थे। साई बाबा के क्9क्8 में देवलोक प्राप्त होने के बाद सुनी-सुनाई बातों पर किताब लिखकर जीवन यापन के लिए उसे बेचना शुरू कर दिया। उनके बाद शिरडी संस्थान के ट्रस्टी किताबों के व्यापार करने लगे। मासिक साई लीला किताब में हिंदू देवी देवताओं से तुलना साई बाबा से करने वालों पर तत्काल कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है।

Posted By: Inextlive