भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने आख़िरकार पिछले लंबे समय से चले आ रहे निराशाजनक दौर को ख़त्म करते हुए रविवार को लखनऊ में सैयद मोदी इंडियन ग्रां प्री गोल्ड बैडमिंटन टूर्नामेंट का महिला एकल का ख़िताब अपने नाम किया.


फ़ाइनल में उन्होंने भारत की ही पीवी सिंधु को 21-14, 21-17 से मात दी. दर्शकों से खचाखच भरे बीबीडी अकादमी में शीर्ष वरीयता प्राप्त साइना ने दूसरी सीड सिंधु को केवल 40 मिनट में मात दे दी.साइना ने सिंधु के ख़िलाफ़ शुरू से ही आक्रामक रुख़ अपनाया जबकि सिंधु केवल रिटर्न ही करती रहीं. पूरे मैच के दौरान सिंधु का खेल बेहद रक्षात्मक रहा. कभी-कभी तो ऐसा लगा जैसे सिंधु साइना के बड़े नाम का दबाव महसूस कर रही हैं.स्वर्णिम कामयाबीउल्लेखनीय है कि साइना पिछले लगभग 15 महीनों से अपनी चोट और ख़राब फॉर्म से जूझ रही हैं. इस दौरान उनकी विश्व बैडमिंटन रैंकिंग भी गिरकर नौवें पायदान पर पहुंच गई. साइना ने स्वीकार किया कि वह हर टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करना चाहती हैं लेकिन सब कुछ उनके हाथ में नहीं है.


साइना ने यह भी साफ़ किया है कि कभी-कभी परिणाम सकारात्मक आते हैं तो कभी नकारात्मक लेकिन इस साल वह कम टूर्नामेंट खेलकर अधिक से अधिक ध्यान अपनी फिटनेस पर देंगी.

इस टूर्नामेंट में चीनी खिलाड़ियों की चुनौती से पार पाने की बात पर साइना ने कहा कि चीनी खिलाड़ी बेहद मज़बूती से खेलते हैं और उनके ख़िलाफ़ लम्बी-लम्बी रैलियों पर अपनी आक्रामता पर काबू रखकर उन्हें मात दी जा सकती है.अब देखना है कि कामयाबी का स्वाद एक बार फिर चखने के बाद साइना अपनी फॉर्म को बरक़रार रख पाती हैं या नहीं क्योंकि समर्थकों की उम्मीदों का भार तो उनके कंधो पर हमेशा रहेगा.

Posted By: Subhesh Sharma