- काशी की नामचीन हस्तियों के साक्षात्कार पर आधारित पुस्तक 'साक्षात काशी' का हुआ लोकार्पण varanasi@inext.co.in VARANASI बनारस को जानने की उत्सुकता भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में रहती है। इस शहर के बारे में तो बहुत कुछ लिखा गया है। पर मस्तमौला बनारस को जीने वालों के जरिये बनारस को जानना अपने आप में एक अलग अनुभव है। यह विचार बुधवार को माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी प्रो अच्युतानंद मिश्र ने कही। वह 'आग्रह' की ओर से गुरुधाम मंदिर परिसर में हुए साक्षात काशी पुस्तक के लोकार्पण समारोह में बतौर चीफ गेस्ट बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि काशी को जीने और जानने वालों के साक्षात्कार पर आधारित यह पुस्तक काशी का एक जीवंत इतिहास है। विषय स्थापना आईआईटी बीएचयू के पूर्व डायरेक्टर प्रो। एस एन उपाध्याय ने व संचालन क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉ। सुभाष चन्द्र यादव ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ। रामसुधार सिंह ने दिया। इस मौके पर डॉ। जीतेंद्र नाथ मिश्र, प्रो मारूतिनन्दन तिवारी, विजय नारायण सिंह, रंगकर्मी नारायण द्रविड़ वनमाला पर्वतकर, चूड़ामणि गोपाल, प्रो आर के मिश्र, प्रो यू के चौधरी, योगेंद्र नारायण शर्मा, प्रो कमल गिरी, प्रो अजीत नारायण त्रिपाठी, प्रो कमलेश जैन, विष्णु यादव, डॉ नंदलाल सिंह, डॉ। विकास सिंह आदि उपस्थित थे। पुस्तक का संपादन डॉ। अवधेश दीक्षित, अरविन्द कुमार मिश्र, बलराम यादव, राकेश यादव, डॉ। अनूपपति तिवारी, ईशान त्रिपाठी ने किया है।

Posted By: Inextlive