:::स्पेशल लोगो यूज होगा इस खबर में:::

-राजधानीं के कई विकासखंडों में लगेंगे सोलर सिस्टम चलित हैंडपंप

-ज्यादातर ग्रामीण एरिया में लगाए जायेंगे इस प्रकार के हैंडपंप

-गर्मियों के पीक सीजन में दूर होगी पेयजल की किल्लत

om.parkash@inext.co.in

DEHRADUN : सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो दून में अब की सूरज किरणों के जरिए लोगों की प्यास बुझ सकेगी। जी हां। राजधानी के ऐसे एरिया जहां पेयजल की अधिक दिक्कत है, वहां सोलर सिस्टम से चलने वाले हैडपंप लगाए जाएंगे। सोलर डुअल पंपिंग यूनिट के तहत इस योजना में काम होगा। अभी तक देश के कुछ चुनिंदा राज्यों में ही इस प्रकार की तकनीक की शुरुआत हुई है। जिनमें मध्य प्रदेश राज्य का नाम सबसे आगे है। देहरादून जिले में बतौर पायलट प्रोजेक्ट पेयजल निगम के तहत यह काम संपन्न होगा। हाल ही में निगम ने इस योजना के लिए संसाधन जुटाने का काम लगभग पूरा कर दिया है। बकायदा इस पर महज क्0-क्ख् दिनों के बाद विधिवत कार्य शुरू होने का भी दावा किया गया है।

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लगाए जाएंगे 70 सोलर हैंडपंप

देहरादून जिले के म् ब्लॉक में करीब 70 हैंडपंप लगाए जाएंगे। इस योजना के तहत करीब पौने पांच करोड़ रुपए के बजट का प्राविधान किया गया है। जिसमें से करीब फ् करोड़ रुपए के बजट को स्वीकृति भी मिल चुकी है। हालांकि इस तकनीक पर यह संशय बना हुआ है कि सोलर सिस्टम से चलने वाले ये हैंडपंप रात को भी काम करेंगे या नहीं। लेकिन पेयजल निगम के आलाधिकारियों की मानें तो यह सोलर हैंडपंप रात में नार्मल हैंडपंप के जैसे काम करेंगे। इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

कहां कितने हैडपंप लगेंगे

इस योजना के तहत देहरादून जिले के राजपुर ब्लॉक में क्भ्, विकासनगर में क्भ्, डोईवाला में क्भ्, सहपुर ब्लॉक में क्भ्, जबकि कालसी और चकराता ब्लॉक में भ्-भ् हैंडपंप लगाए जाएंगे।

यह चीजें होंगी शामिल

सोलर सिस्टम से चलने वाले एक हैंडपंप के साथ करीब भ्000 लीटर की टंकी जरूरत होगी। जबकि पंप करीब म्00 वॉट का होगा। समरसीबल पंप, कंट्रोलर, स्टैंड पोस्ट लगे होंगे। जबकि पेयजल की सप्लाई के लिए पाइप लाइन की जरूरत भी होगी।

ऐसे करेगा काम

सोलर सिस्टम से चलने वाले पंप को टंकी से जोड़ दिया जाएगा, जो ऑटोमैटिकटंकी में पानी भरने का काम करेगा। पानी भरने के बाद स्वयं ही बंद भी हो जाएगा।

'इस योजना के तहत ऐसे एरिया जहां पेयजल की ज्यादा परेशानी है। स्पेशली ग्रामीण एरिया में सोलर सिस्टम से चलने वाले हैंडपंप लगाए जाने हैं। इसके लिए ब्लॉक की रिक्वायरमेंट के हिसाब से हैंडपंप लगाए जाने प्रस्तावित हैं। अधिकतर ग्रामीण एरिया चिन्हित किए गए हैं। करीब दो वीक के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा.'

-जितेन्द्र सिंह, अधिशासी अभियंता, यांत्रिक शाखा, पेयजल निगम।

Posted By: Inextlive