-गर्मी से निजात पाने के लिए एसी की खरीदारी को उमड़ रहे लोग

-इन्वर्टर एसी की बिक्री 90 फीसदी से अधिक

-डेढ़ टन के एसी की हो रही सबसे ज्यादा बिक्री

GORAKHPUR: सूरज की बढ़ती तपिश से परेशान लोग गर्मी से राहत पाने के लिए पंखे, कूलर की अपेक्षा एसी पर ज्यादा भरोसा दिखा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से पड़ रही तेज गर्मी के कारण एसी, पंखा व कूलर खरीदने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। स्थिति यह है कि बीते 15 दिनों में ही करीब 12 करोड़ के एसी की बिक्री गोरखपुर में हो चुकी है। इन दिनों शहर में रोजाना करीब 200 से लेकर 220 एसी की बिक्री हो रही है। वहीं सबसे अधिक डिमांड इन्वर्टर एसी की है, दुकानदारों ने बताया कि बिजली की खपत कम करने के लिए लोग इस पर ज्यादा जोर दे रहे हैं।

एसी की बढ़ी डिमांड

गर्मियों का मौसम शुरू होते ही तापमान बढ़ने के साथ ही पंखे, कूलर व एसी की बिक्री भी बढ़ने लगती है। लेकिन इस बार लोग गर्मी से राहत पाने के लिए एसी पर ज्यादा विश्वास जता रहे हैं। साल 2017 में जून के फ‌र्स्ट वीक में एक दिनों में 5 एसी की बिक्री होना बड़ी बात थी लेकिन इस समय आसानी से एक दिन में 5 एसी की बिक्री हो जा रही है। एसी की बिक्री का आलम यह है कि शहर के सभी दुकानों पर कस्टमर्स की अच्छी खासी भीड़ लग जा रही है।

पिछले साल से बढ़ गई बिक्री

साल 2017 के मई माह में 15 करोड़ रुपए तक की एसी की बिक्री हुई थी। लेकिन इस सीजन में केवल 15 दिनों में 12 करोड़ रुपए की एसी की बिक्री हो चुकी है जबकि मई माह के कई दिन शेष हैं। वहीं एसी के मुकाबले कूलर व पंखों की बिक्री में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। इन्वर्टर एसी आने के बाद से इसकी बिक्री पर काफी प्रभाव पड़ा है।

एसी कैपसिटी रेट

कैरियर 1.5 टन 40,900

हिटाची 1.5 टन 40,600

सैमसंग 1.5 टन 40,300

पैनासोनिक 1.5 टन 40,700

डिमांड में है इन्वर्टर एसी

मार्केट में इसी सीजन से जोर-शोर से अपना कब्जा जमाने वाली इन्वर्टर एसी की डिमांड इन दिनों काफी ज्यादा है। रोजाना हो रही एसी की बिक्री में करीब 90 फीसदी इन्हीं की बिक्री हो रही है। इसका कारण यह है कि इन्वर्टर एसी से बिजली की खपत काफी कम होती है और इससे कार्बन का उत्सर्जन भी बेहद कम होता है।

वर्जन-

शहर के हमारे यूनिट से ही इन दिनों रोजाना 30 से अधिक एसी की बिक्री हो जा रही है। मौसम देखकर अभी बिजनेस और बढ़ने की उम्मीद है।

देवेन्द्र सिंह, मैनेजर वैल्यू प्लस

गर्मी इतनी अधिक हो गई है कि पंखे और कूलर अपर्याप्त लग रहे हैं। एसी लगवाना मजबूरी बन गई थी, सो लगवाना पड़ा।

राज वर्मा, प्रोफेशनल

Posted By: Inextlive