रांची: नाई समाज के लिए ये घड़ी किसी आफत से कम नहीं है। तीन महीने से काम बंद है और आगे भी खुलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने के बाद नाई समाज की चिंताएं बढ़ गई हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश झारखंड में 31 जुलाई तक लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई गई है। इस दौरान पूर्व के आदेश को ही जारी रखा गया है। वहीं नाई समाज के सदस्य लगातार सरकार से दुकान खोलने की अनुमति मांग रहे हैं। इधर कई नाई ऐसे भी हैं जिन्होंने सैलून बंद होने के बाद अपना धंधा ही बदल लिया है।

परिवार की बिगड़ रही हालत

90 दिनों से भी अधिक समय से दुकान बंद रहने की वजह नाई समाज के लोगों की हालत बिगड़ गई है। परिवार चलाना भी मुश्किल हो रहा है। कई परिवार ऐसे हैं जो भुखमरी के कगार पर आ चुके हैं। नाई समाज के सदस्यों का कहना है कि यदि दुकान खोलने की अनुमति नहीं मिली तो कोरोना से मरे या नहीं भूख से जरूर मर जाएंगे। समाज के सदस्यों ने बताया कि नाई समाज की जिंदगी रोज कमाने-खाने से कटती है। हर दिन बाल, दाढ़ी बना कर ही कुछ कमाई होती है उसी से परिवार का भरण-पोषण होता है। 80 परसेंट नाई आज भी अपने पुस्तैनी काम से ही जुडे़ हैं। कमाई नहीं होने से बच्चों की पढ़ाई-लिखाई से लेकर अन्य सभी काम-काज प्रभावित हो रहे हैं।

कुछ ने बदल लिया बिजनेस

लॉकडाउन में कुछ नाई समाज के लोगों ने अपना व्यवसाय ही बदल लिया। कोई फल बेच रहा है तो कोई सब्जी बेचकर गुजारा कर रहा है। वहीं मेन रोड स्थित लूक्स सैलून के संचालक ने हेयर कटिंग के बिजनेस को कुछ समय के लिए ड्रॉप कर सेनेटाइजर सेलिंग का कोरोबार शुरू कर दिया है। लुक्स सैलून में तरह-तरह के सेनेटाइजर हैं। पेन से लेकर परफ्यूम के डिजाइन में भी सेनेटाइजर यहां अवेलेबल है। इसके अलावा कोरोना इन्फेक्शन से बचाव के अन्य इक्विपमेंट्स भी यहां उपलब्ध हैं। सैलून के ओनर ने बताया कि तीन महीने से काम-धंधा बिल्कुल बंद है। कमाई का कोई जरिया नहीं था। इकोनॉमिकल प्रॉब्लम बढ़ने के बाद कुछ न कुछ करने का निर्णय लिया। इसके बाद सेनेटाइजर की बिक्री का ख्याल आया और इसे शुरू कर दिया। अब जब तक सैलून खुलने की अनुमति नहीं मिल जाती यही बिजनेस जारी रहेगा।

समाज के लोग धरने पर जाने को विवश

दुकान खोलने की अनुमति नहीं मिलने के बाद समाज के सदस्य धरने पर जाने को विवश हैं। अखिल भारतीय नाई संघ ट्रेड यूनियन के बैनर तले नाई सदस्यों ने मीटिंग की। इसमें परिवार में आई मुसीबत पर चर्चा की गई। बताया कि सैलून, पार्लर और स्पा बंद होने से भुखमरी की स्थिति आ गई है। सरकार की ओर से किसी तरह की कोई मदद भी नहीं दी जा रही है। समाज के सदस्यों ने सर्वसम्मति से सोमवार को धरने पर बैठने का निर्णय लिया है। यह धरना मोरहाबादी मैदान में दिया जाएगा।

क्या कहता है नाई समाज

तीन महीने से भी अधिक समय से कारोबार बंद है। नाई परिवार उतना संपन्न नहीं कि छह महीने बैठकर परिवार का भरण-पोषण कर सके। सरकार को हमलोगों की सुध लेनी चाहिए।

-मनोज शर्मा, जिला महासचिव, अखिल भारतीय नाई संघ ट्रेड यूनियन

हालत बहुत खराब होती जा रही है। भुखमरी की स्थिति आ गई है। हमलोगों को भी शर्तो के साथ दुकान खोलने की अनुमति मिले। सभी नियमों का पालने करने को तैयार हैं।

-विजय ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष, अखिल भारतीय नाई संघ ट्रेड यूनियन

नाई समाज के जीवन पर आफत आ गया है। किसी तरह दो महीने गुजारे। तीसरे महीने हालत बहुत बिगड़ गई। अब सरकार ने फिर एक बार लॉकडाउन बढ़ा दिया है। हम सभी को दुकान खोलने दिया जाए या सरकारी मदद उपलब्ध कराई जाए।

-प्रदीप ठाकुर

सभी व्यवसाय को खोलने की अनुमति सरकार ने दे दी है। सैलून खोलने की अनुमति क्यों नहीं दे रही। जबकि हमलोग सभी नियम मानने को तैयार हैं। सैलून में सेफ्टी का पूरा ख्याल रखा जाएगा।

-उपेंद्र ठाकुर

Posted By: Inextlive