- शहीद के घर में पसरा मातम, परिजनों का रो रोकर बुरा हाल

RAMNAGAR: मेघालय में तैनात छोई गांव के बीएसएफ जवान की गोली लगने से मौत हो गई। परिजन उनके नक्सली हमले के दौरान शहीद होने की बात कह रहे हैं। वहीं बीएसएफ के कमांडेंट का कहना है कि मुठभेड़ की बात सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के स्पष्ट कारणों का पता चलेगा।

बीएसएफ में चालक थे चंद्रनाथ

ग्राम छोई हनुमान धाम रोड निवासी दीवान नाथ गोस्वामी (42) पुत्र चंद्रनाथ गोस्वामी बीएसएफ में चालक थे। मेघालय में उनकी तैनाती थी। घरवालों के मुताबिक, रविवार रात मेघालय से सात किलोमीटर दूर पूर क्षेत्र में गोली लगने से दीवान नाथ मौत हो गई। रात दो बजे बीएसएफ मुख्यालय से आए फोन से परिजनों को इसकी जानकारी हुई। फोन जवान की पत्नी गीता ने रिसीव किया था। गीता को बताया गया कि दीवान के पैर में गोली लगी है। इसके बाद घर में कोहराम मच गया। दीवान नाथ अपने सात भाई-बहनों में तीसरे नंबर के थे। उनके एक भाई गोपाल कुमाऊं विवि में तो दूसरे विजय अल्मोड़ा में पुलिस विभाग में कार्यरत हैं। मृतक की दो छोटी बच्ची ढाई व पांच साल की है। दुखद समाचार से मृतक की मां व पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना मिलते ही लोग उनके घर पहुंचने शुरू हो गए थे। मृतक के बड़े भाई गोपाल ने बताया कि कमांडेंट ने उन्हें फोन करके नक्सली हमले में शहीद होने की बात बताई।

Posted By: Inextlive