रिपोर्ट कार्ड देगी इंटेलिजेंस और निजी एजेंसी

जनता में लोकप्रियता बनेगी टिकट का आधार

LUCKNOW: चुनावी साल नजदीक देख सपा ने बीते चुनाव में जीती गयी 224 सीटों पर दोबारा जीत पुख्ता करने के लिए खास रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। विधायकों की लोकप्रियता कितना घटी और बढ़ी है, यह पता लगाने का जिम्मा निजी सर्वे एजेंसी और इंटेलिजेंस को सौंपा गया है। निजी एजेंसी विधायकों की लोकप्रियता का आकलन कर रिपोर्ट देगी तो इंटेलिजेंस 'आम शोहरत' का।

जनता नाराज तो कटेगा टिकट

पार्टी नेतृत्व के इस कदम के बाद साफ है कि जिन जगहों पर जनता अपने विधायक से नाराज है, उनका टिकट हर हाल में कट जाएगा। इसका आंकड़ा निजी एजेंसी और इंटेलिजेंस दोनों जुटायेंगे। पिछले दिनों सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने जनता की बात न सुनने वाले कई विधायकों के टिकट कटने का इशारा भी किया था। इंटेलिजेंस यह भी जांचेगी कि विधायक अभी भी पार्टी के प्रति निष्ठावान हैं कि नहीं। उनके क्रियाकलाप कैसे हैं, इत्यादि। सूत्रों के मुताबिक पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने पार्टी नेतृत्व को संकेत दिए है कि आगामी चुनाव में पार्टी को कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ सकता है। इसे देखते हुए पार्टी अपने विधायकों को दोबारा टिकट देने से पहले उनकी जीत की संभावनाओं को टटोल लेना चाहती है।

तो साफ होगा कई का पत्ता

माना जा रहा है कि निजी, खुफिया एजेंसी और 'समाजवादी परिवार' के मानकों पर खरे उतरने में नाकाम विधायकों का टिकट कटने का आसार हैं। कन्नौज, आगरा, बदायूं, लखनऊ, गोंडा, बाराबंकी, वाराणसी, गाजीपुर, उन्नाव और सीतापुर के कुछ विधायकों के टिकट पर खतरा मंडरा रहा है। कई विधायक पहले ही दूसरे दलों के साथ दोस्ती की नई पींगें बढ़ा रहे हैं।

Posted By: Inextlive