बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने ऐलान किया है कि वह वहां चुनाव नहीं लड़ेगी बल्कि राष्ट्रीय जनता दल का समर्थन करेगी। इसके लिए पार्टी ने दो बड़े कारण भी बताए हैं।


लखनऊ (आईएएनएस)। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियाें में राजनैतिक पार्टियां जुट गई हैं। इस दाैरान समाजवादी पार्टी (सपा) ने सोमवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से बिहार में विधानसभा चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है। सपा एमएलसी उदयवीर सिंह ने कहा कि पार्टी ने यह फैसला काफी सोच-समझकर किया है। बिहार विधानसभा चुनावों में, समाजवादी पार्टी बिहार में किसी भी गठबंधन में प्रवेश नहीं करेगी, बल्कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवारों का समर्थन करेगी। इस बीच पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि बिहार के चुनाव नहीं लड़ने के पीछे दो प्राथमिक कारण हैं - एक यह कि पार्टी समान विचारधारा वाले दलों को कमजोर नहीं करना चाहती है और दूसरी बात यह है कि बिहार में सपा का मजबूत आधार नहीं है और इस तरह से पार्टी अपनी ऊर्जा और संसाधनों को बर्बाद नहीं करना चाहती है।


भाजपा गठबंधन की हार सुनिश्चित करेंगे

ऐसे में समाजवादी ने पार्टी ने निश्चय किया कि हम राजद का समर्थन करेंगे और भाजपा गठबंधन की हार सुनिश्चित करेंगे। 2015 में सपा ने केवल पांच सीटों की पेशकश के बाद राजद, जदयू और कांग्रेस के महागठबंधन से हाथ खींच लिया था। इसके बाद एनसीपी के साथ गठबंधन में प्रवेश किया, लेकिन दोनों ही दल कोई भी सीट नहीं जीत सके। 2010 के बिहार चुनावों में सपा का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा। इसने कुल 243 में से 146 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत सकी। बता दें कि राज्य में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा शीघ्र ही होने की संभावना है। चुनाव आयोग ने संकेत दिया है कि वह 29 नवंबर को वर्तमान सदन का कार्यकाल समाप्त होने से पहले चुनाव करा देगा।

Posted By: Shweta Mishra