दिबाकर बनर्जी थ्रिलर फ़िल्में बनाने में माहिर रहे हैं। उनकी फिल्मों का अपना ग्रामर होता है और वे कोशिश करते रहे हैं कि दर्शकों को कुछ नया दें। इस बार भी संदीप और पिंकी फरार में उन्होंने कोशिश अच्छी की है। लेकिन फिल्म आगे बढ़ते बढ़ते बिखरने लगती हैं। उन्होंने इस फिल्म के बैकड्रॉप में बैंक स्कैम को रखा है। हमने हाल में हर्षद मेहता पर आधारित सीरीज देखी है। इस फिल्म से भी बैंक अपनी आड़ में किस तरह आम लोगों को गुमराह करता है। और मासूमों का पैसा लूटता है। किस तरह इसमें बड़े नामी गिरामी शामिल होते हैं और एक आम लड़की इसका मोहरा बनती है। यह दर्शाने की कोशिश की है। फिल्म में काफी लेयर्स हैं। लेकिन इसके बावजूद फिल्म स्लो पेस से आगे बढ़ती है। पढ़ें पूरा रिव्यू

फिल्म : संदीप और पिंकी फरार
कलाकार: अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा, नीना गुप्ता,रघुवीर यादव,
निर्देशक : दिबाकर बनर्जी
लेखक : दिबाकर बनर्जी, वरुण ग्रोवर
रेटिंग : ढाई स्टार

क्या है कहानी
संदीप( परिणीति चोपड़ा) परिवर्तन नामक बैंक में उच्च पद पर कार्यरत है। वह गोल्ड मेडलिस्ट है। उसने अपने बैंक को बचाने के लिए एक बड़ा स्कैम किया है। लेकिन अब उसका बॉस परिचय उसको इसका मुआवजा देने को तैयार नहीं है। अब संदीप अलग रुख इखितियार करती है। पिंकी( अर्जुन कपूर) सस्पेंडेड पुलिस है, उसे संदीप को मारने की सुपारी मिलती है। यही से कहानी में ट्विस्ट आते हैं। क्या पिंकी संदीप इस पूरे मायाजाल से बच निकलते हैं, या फंसते जाते हैं। निर्देशक ने काफी सारे ट्विस्ट डाले हैं । इन सबके बीच एक प्रेम कहानी पनपती है।
क्या है अच्छा
कहानी में काफी सारे लेयर्स हैं। कौन कब ग्रे है। कब नहीं। यह अनुमान लगा पाना कठिन है। फिल्म में महिला पात्र को काफी स्ट्रॉन्ग दिखाया गया है। कहानी का क्लाइमेक्स अच्छा है।

क्या है बुरा
कहानी बहुत अधिक स्लो है। अच्छे प्लॉट होने के बावजूद कहानी लंबी और खींची लगती है। इसे कम किया जा सकता था। कहानी में घटनाएं नई नहीं हैं।

अदाकारी
अर्जुन कपूर की मेहनत अच्छी नजर आई है। उन्होंने काफी अच्छा काम किया है। अपने बॉडी लैंग्वेज से लेकर अपनी संवाद अदायगी तक, उनकी मेहनत दिखती है। दिबाकर ने उनके किरदार पर काफी रिसर्च करके गढ़ा है। परिणीति ने भी मेहनत दिखाई है। अर्जुन परिणीति दोनों के लिए ही यह फिल्म बेहतरीन साबित होगी। जयदीप के लायक बहुत कुछ करने को नहीं था। नीना गुप्ता और रघुवीर यादव ने हमेशा की तरह अच्छा अभिनय किया है।

वर्डिक्ट
दिबाकर के फैंस को पसंद आएगी फिल्म।

Review by: अनु वर्मा

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari