बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय बांगड़ को कोच बनने का ऑफर दिया है। मगर बांगड़ ने प्रोफेशनल वजहों का हवाला देते हुए इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।

नई दिल्ली (पीटीआई)। भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने अपनी व्यक्तिगत और पेशेवर प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड की कोच बनने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। बता दें बीसीबी ने बांगड़ को अपनी टेस्ट टीम का सलाहकार बनाने का न्यौता दिया था। बांगड़ को आठ हफ्ते पहले बांग्लादेश के बल्लेबाजों को रेड बॉल क्रिकेट में प्रशिक्षित करने का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन उन्होंने इस ऑफर को मना कर दिया। बांगड़ ने स्टार स्पोर्ट्स के साथ दो साल का कॉन्ट्रैक्ट किया है, ऐसे में वह अभी किसी और के साथ नहीं जुड़ सकते।

आठ हफ्ते पहले मिला था ऑफर

बांगड़ ने पीटीआई को बताया, 'उन्होंने आठ सप्ताह पहले मुझे पद देने की पेशकश की थी। लेकिन अंतरिम में, मैंने स्टार के साथ अपने अनुबंध को अंतिम रूप दे दिया, जिससे मुझे अपनी व्यक्तिगत और व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं को संतुलित करने का मौका मिला। हालांकि, मैं भविष्य में बीसीबी के साथ काम करने का इंतजार कर रहा हूं।' बता दें दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज नील मैकेंजी मुख्य रूप से बांग्लादेश के साथ छोटे प्रारूपों के लिए काम कर रहे हैं।

पांच साल तक रहे टीम इंडिया के कोच

बांगड़ 2014 से 2019 तक भारतीय टीम के साथ थे और मगर सितंबर में होम सीजन की शुरुआत में उनकी जगह विक्रम राठौर को टीम इंडिया बैटिंग कोच नियुक्त कर दिया गया था। विश्व कप के बाद हुआ वेस्टइंडीज दौरा, भारतीय टीम के साथ उनका आखिरी काम था। बता दें टीम इंडिया के कोचिंग स्टॉफ में अनुबंध में मुख्य कोच रवि शास्त्री, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर को दोबारा चुन लिया गया था मगर बांगड़ की छुट्टी कर दी गई।

भारत के लिए खेला तीन साल क्रिकेट

47 वर्षीय इस पूर्व क्रिकेटर ने 2001 और 2004 के बीच भारत के लिए 12 टेस्ट और 15 वनडे खेले। बीसीबी के मुख्य कार्यकारी निजामुद्दीन चौधरी ने बुधवार को ढाका में संवाददाताओं से कहा, हमने बांगड़ के साथ बात की है (टेस्ट बल्लेबाजी सलाहकार के लिए) लेकिन अभी कुछ भी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। 'हम कुछ अन्य लोगों के साथ भी बातचीत कर रहे हैं। मैकेंजी एक सफेद गेंद सलाहकार होने के बावजूद लाल गेंद की क्रिकेट की देखरेख कर रहे हैं और जब तक हमें टेस्ट क्रिकेट के लिए एक बल्लेबाजी सलाहकार नहीं मिल जाता, हम उनसे (लाल गेंद में) काम करने की उम्मीद कर रहे हैं।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari