- संता और बंता फिल्म को लेकर सिख समुदाय में उबाल

- पीवीएस मॉल पर फिल्म के पोस्टर फाड़े, पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को किया शांत

- फिल्म शहर के किसी भी सिनेमा पर न चलाने की मांग

Meerut: अभी तक समुदाय विशेष पर चुटकले ही बनते थे, अब फिल्में बनने लगेंगी तो जाहिर है मुश्किल होगी। शुक्रवार को मूवी 'संता-बंता प्राइवेट लिमिटेड' की रिलीज पर सिख समुदाय ने पीवीएस मॉल पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पोस्टर फाड़ दिए और हंगामा किया। करीब दो घंटे तक चले हाईवोल्टेज हंगामे के बाद समुदाय के लोगों ने ऐलान किया कि यदि फिल्म का प्रदर्शन हुआ तो समुदाय सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगा। धार्मिक भावनाएं आहत होने का आरोप समुदाय विशेष के लोगों ने किया है। शास्त्रीनगर स्थित पीवीएस के बाहर प्रदर्शनकारियों ने फिल्म के पोस्टर जलाए और प्रसारण पर रोक की मांग की।

ये है माजरा

शुक्रवार को प्रदर्शित हुई 'संता-बंता प्राइवेट लिमिटेड' फिल्म पहले दिन ही विवादों में आ गई। फिल्म के पहले ही दिन इसका पूरे देश में विरोध हुआ। मेरठ में यह फिल्म वेब, पीवीएस और मिलांज सिनेमा में लगी है। इसमें शहर की गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा ने इसका विरोध जताते हुए जिलाधिकारी पंकज यादव से फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की। जिससे पर जिलाधिकारी ने एडीएम सिटी को इस पर कार्रवाई करने को निर्देशित किया।

मनोरंजन अधिकारी के देखने की बात

जिलाधिकारी के निर्देश पर जब एडीएम के पास पहुंचे तो उन्होंने सभा के सदस्यों से कहा कि पहले मनोरंजन अधिकारी फिल्म को देखेंगे और उसके बाद फैसला लिया जाएगा। एडीएम के इस जवाब पर सभा के सदस्य वापस जिलाधिकारी के पास पहुंचे और उन्हें सारी बातें बताई।

पोस्टरों को किया आग के हवाले

वहां से कोई संतोषजनक जवाब न मिलने पर सभा के सभी सदस्य अन्य संगत के साथ शास्त्रीनगर स्थित पीवीएस पर पहुंचे। फिल्म के चल रहे शो को बंद करने की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया। जब उनकी मांग अनुसार फिल्म बंद नहीं की गई तो गुस्साए सिखों ने सिनेमा के बाहर लगे फिल्म के पोस्टरों को आग के हवाले कर दिया। सभा के सदस्यों का कहना था कि पूरे देश में फिल्म का विरोध किया जा रहा है। फिल्म में सिखों का मजाक बनाया गया है। यही नहीं सिखों का अपमान भी किया गया है। इसलिए शहर में किसी भी सिनेमा घर में फिल्म को नहीं चलने दिया जाएगा।

मुझे नहीं लगता कि फिल्म हो हटाना होगा। यदि फिल्म हटानी पड़ी तो जिलाधिकारी के निर्देशन में कमेटी बनी है, वो फैसला लेगी। कमेटी के आदेश के बाद ही फिल्म के प्रसारण को रोका जाएगा।

संजीव वर्मा, सिनेमा मैनेजर, शॉपरिक्स मॉल

हंगामा बेबुनियाद है। किसी को फिल्म हटाने का अधिकार नहीं है। डीएम की और से कोई आदेश आएगा तो फिल्म को हटा दी जाएगी।

विनोद, मैनेजर पीवीएस सिनेमा

सिखों ने देश की आजादी के लिए कुर्बानियां दी हैं। संता-बंता फिल्म में सिखों का मजाक उड़ाया गया। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मनजीत कोछड़, अध्यक्ष सिख वैलफेयर सोसायटी

Posted By: Inextlive