मशहूर संतूर वादक पंडित शिव कुमार शर्मा का मंगलवार को 84 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। शर्मा के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर राष्ट्रपति तक ने दुख व्यक्त किया।

मुंबई (पीटीआई)। दिग्गज संतूर वादक पंडित शिव कुमार शर्मा, जिन्होंने संगीत को वैश्विक मंच पर पहुँचाया और शास्त्रीय और फिल्म संगीत की दुनिया में अपनी पहचान बनाई। उनका मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। उनके सचिव दिनेश ने पीटीआई को बताया कि भारत के सबसे प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीतकारों में से एक शर्मा का यहां पाली हिल स्थित उनके आवास पर सुबह आठ से साढ़े आठ बजे के बीच निधन हो गया। वह अंत तक सक्रिय रहे और अगले सप्ताह भोपाल में प्रस्तुति देने वाले थे। वह गुर्दे की बीमारी से भी पीड़ित थे।

अगले हफ्ते करने वाले थे परफाॅर्म
एक पारिवारिक सूत्र ने कहा, "सुबह उन्हें गंभीर दिल का दौरा पड़ा था... वह सक्रिय थे और अगले सप्ताह भोपाल में प्रदर्शन करने वाले थे। वह नियमित रूप से डायलिसिस पर थे, लेकिन अभी भी एक्टिव थे।" उनके परिवार में पत्नी मनोरमा और बेटे राहुल, और रोहित हैं। शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे। प्रधानमंत्री ने कहा, "पंडित शिवकुमार शर्मा जी के निधन से हमारी सांस्कृतिक दुनिया सूनसान हो गई है। उन्होंने वैश्विक स्तर पर संतूर को लोकप्रिय बनाया। उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध करता रहेगा। मुझे उनके साथ अपनी बातचीत याद है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।”

Our cultural world is poorer with the demise of Pandit Shivkumar Sharma Ji. He popularised the Santoor at a global level. His music will continue to enthral the coming generations. I fondly remember my interactions with him. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.

— Narendra Modi (@narendramodi) May 10, 2022

फिल्मों में दिया संगीत
पद्म विभूषण प्राप्तकर्ता, पंडित शर्मा का जन्म 1938 में जम्मू में हुआ था और माना जाता है कि वे पहले संगीतकार थे जिन्होंने जम्मू और कश्मीर के लोक वाद्ययंत्र संतूर पर भारतीय शास्त्रीय संगीत बजाया था। संगीतकार जोड़ी शिव-हरि से पहचान बनाने वाले शर्मा ने "सिलसिला", "लम्हे", "चांदनी" और "डर" जैसी फिल्मों के लिए बांसुरी किंवदंती पंडित हरि प्रसाद चौरसिया के साथ संगीत तैयार किया था।

Pt Shiv Kumar Sharma&यs recitals would leave connoisseurs of Indian classical music spellbound. He popularized Santoor, the traditional musical instrument from J&K. Sad to learn that his Santoor is now silenced. Condolences to his family, friends and countless fans everywhere.

— President of India (@rashtrapatibhvn) May 10, 2022

ममता बनर्जी ने भी दी श्रद्घांजलि
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, "प्रख्यात संतूर वादक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर भारतीय संगीतकार पंडित शिव कुमार शर्मा के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। उनके जाने से हमारी सांस्कृतिक दुनिया खराब हो गई। मेरी गहरी संवेदना।" सरोद वादक अमजद अली खान ने कहा कि शर्मा का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है। खान ने एक ट्वीट में लिखा, "पंडित शिव कुमार शर्माजी का निधन एक युग के अंत का प्रतीक है। वह संतूर के अग्रणी थे और उनका योगदान अद्वितीय है। मेरे लिए, यह एक व्यक्तिगत क्षति है और मैं उन्हें कभी याद नहीं करूंगा। उनकी आत्मा को शांति मिले। उनका संगीत हमेशा जीवित रहता है! ओम शांति।" शर्मा को 1986 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, 1991 में पद्मश्री और 2001 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari