पिता कर्नल से रिटायर हुए, नाना थे एयरफोर्स में विंग कमांडर

केन्द्रिय विद्यालय न्यू कैंट की टीचर के साथ दोनो बच्चे खुशी से झूम उठे

केन्द्रिय विद्यालय न्यू कैंट की टीचर एजे बेगम आफ्शा और उनके पति रिटायर्ड कर्नल ए। हुसैन की खुशी का शनिवार को ठिकाना नहीं था। बेटी के सेना में कैप्टन रैंक का अफसर बनने के बाद आज मौका था बेटे को लेफ्टिनेंट बनते हुए देखने का। देश सेवा के लिए समर्पित इस परिवार के अन्य सदस्य भी सेना में रह चुके हैं। इस खुशी के मौके को पूरे परिवार ने सेलीब्रेट किया। मां पासिंग आउट परेड में मौजूद थीं तो उन्होंने बच्चों को गले लगा लिया।

पा चुकी हैं क्षेत्रीय प्रोत्साहन पुरस्कार

देहरादून में शनिवार को पासिंग आउट परेड में शिरकत करने पहुंची बेगम आफ्शा बेटा और बेटी के साथ खुशियां बांटने में इतनी मशगूल रहीं कि देर रात उन्होंने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट का फोन रिसीव किया। उन्होंने बताया कि बेटी सना करीब दो साल पहले फौज में अफसर बनी थी। वर्तमान समय में वह कैप्टन की पोस्ट होल्ड कर रही है। उनका बेटा जैन अब्बास आईएमए देहरादून में था। शनिवार को पासिंग आउट परेड के बाद उसे भी लेफ्टिनेट पोस्ट मिल गई। आफ्शा के अनुसार दोनो बच्चों की स्कूलिंग पिता के साथ ही हुई थी। दोनों आर्मी पब्लिक स्कूल के छात्र रहे हैं। दोनों ने ग्रेजुएशन कम्प्लीट करने के बाद फौज में इंट्री ली है। सना एनसीसी की कैडेट रह चुकी हैं और जैन अब्बास ने बीटेक किया है। सना की पोस्टिंग ओटीएस में और अब्बास की टेक्निकल विंग में हुई है।

कोशिश करुंगी दोनों को साथ लेकर लौटूं

अशोक नगर में रहने वाली इस फैमिली के कई सदस्य बेहद खुश नजर आए। सना के पिता कर्नल पोस्ट से रिटायर होने के बाद पूर्व सैनिक कल्याण निगम में काम कर रहे हैं। सना के नाना जेड ए खान विंग कमांडर पोस्ट से रिटायर हुए हैं। बेगम आफ्शा टीचर होने के साथ कविताएं लिखने की शौकीन हैं। उन्हें दो साल पहले केन्द्रिय विद्यालय से क्षेत्रीय प्रोत्साहन पुरस्कार मिल चुका है। उन्होंने कहा कि नेक्स्ट वीक में ही इलाहाबाद आना हो पाएगा। कोशिश करुंगी कि दोनों बच्चों को साथ ही लेकर लौटूं।

सेना को मिला इलाहाबादी सैन्य अधिकारी

शहर के गोविंदपुर कैलाशपुरी के रहने वाले रामचंद्र त्रिपाठी के बेटे अमित कुमार त्रिपाठी ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट का पद हासिल कर प्रयाग का नाम रौशन किया है। उनकी माता का नाम कांती त्रिपाठी है। उन्होंने टीजीसी 123 के एसएसबी में आल इंडिया प्रथम स्थान प्राप्त किया था। आईएमए देहरादून से दस जून को सैन्य अधिकारी के रूप में ट्रेनिंग पूरी की और सेनाध्यक्ष विपिन रावत ने परेड को सलामी दी थी। अमित की स्कूली शिक्षा पतंजलि विद्या मंदिर तेलियरगंज से हुई और वह आईईआरटी से बीटेक की डिग्री हासिल कर चुके हैं। उनके पिता रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर और माता सहायक अध्यापिका हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरु को दिया है।

Posted By: Inextlive