- विभिन्न गुरुद्वारों में धूमधाम से मनाया गया प्रकाश पर्व

- डीएवी कॉलेज में सजा भव्य नानक दरबार, संगतों ने टेका मत्था

LUCKNOW: श्री गुरु सिंह सभा की ओर से मंगलवार को गुरु नानक देव का 550वां प्रकाश पर्व राजधानी में विभिन्न गुरुद्वारों में श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। डीएवी कॉलेज ऐशबाग में विशेष दीवान के साथ गुरु का प्रसाद वितरित किया गया। वहीं नीम के 550 पौधे संगत को वितरित किये गये। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा, मंत्री ब्रजेश पाठक व कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बग्गा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

जल्द ही ननकाना साहब जाएंगे

प्रकाश पर्व के दौरान डीएवी पहुंचे सीएम योगी ने बताया कि सिख गुरुओं का त्याग और बलिदान यह देश कभी भूल नहीं सकता है। आज से 550 पूर्व पहले ज्ञान देने के लिए एक ज्योतिपुंज नानक देव के रूप में आई थी, जो केवल भारत तक ही सीमित नहीं थी। इंडोनेशिया से लेकर मक्का-मदीना तक उन्होंने अपने दिव्य प्रकाश से आलौकिक करके मानव कल्याण का संदेश दिया।

बाबर को जाबर कहा था

सीएम ने कहा कि बाबर को जाबर कहने का साहस गुरुनानक देव ने ही किया था। जब एक तबका भयभीत था, तब आपने अपने ज्ञान के प्रकाश से समाज को एक नई दिशा दी थी। वहीं डिप्टी सीएम ने बताया कि आज का दिन कई खुशियां एक साथ लाया है। प्रकाश पर्व, कार्तिक पूर्णिमा और मंगलवार तीनों एक साथ है। गुरु के नाम पर जितना भी किया किया जाये कम है। गुरु नानक देव ने देशभर में घूमकर अंधविश्वास दूर किया।

गुरुबाणी का रसपान किया

गुरुद्वारा नाका हिंडोला में श्री अखंड पाठ साहिब की समाप्ति के बाद पंज प्यारों की अगुवाई में समूह साध संगत द्वारा श्री गुरुग्रन्थ साहिब की शाही सवारी को शबद कीर्तन गायन करते हुए डीएवी कॉलेज ले जाया गया, जहां रास्तों पर संगत सड़क की सफाई के साथ फूल बिछाते हुये चल रही थी। डीएवी में फूलों से सुसज्जित भव्य स्टेज पर गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया गया। रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह द्वारा पवित्र आसा-दी-वार का अमृतमयी कीर्तन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

शबद कीर्तन से संगत को किया निहाल

भाई सुरजीत सिंह रसीला हजूरी रागी, रागी जत्था भाई हरदीप सिंह, रागी जत्था भाई गुरप्रीत सिंह ने अपनी मधुर वाणी में शबद कीर्तन गायन कर समूह साध संगत को निहाल किया। पंथ प्रचारक ज्ञानी जसवंत सिंह ने गुरु नानक देव के जीवन पर विचार व्यक्त किये। समागम में लंगर के वितरण की सेवा सिख यंग मेन्स एसोसिएशन एवं दशमेश सेवा सोसाइटी द्वारा की गयी।

फूलों की हुई वर्षा

इसके साथ गुरुद्वारा यहियागंज के सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि गुरुद्वारा में विशेष दीवान सजाया गया। इसमें भाई कुलवंत सिंह एवं रागी भाई सुरेंद्र सिंह जोधपुरी ने शबद कीर्तन द्वारा संगतों को निहाल किया। तख्त श्री पटना साहिब से आए ज्ञानी सुखदेव सिंह ने गुरु नानक देव के जीवन पर प्रकाश डाला। वहीं रात में गुरु ग्रंथ साहब पर फूलों की वर्षा की गई। इसके साथ मिष्ठान प्रसाद एवं गुरु का लंगर वितरित किया गया।

संगतों ने छका लंगर

गुरुद्वारा सदर में भाई नरिंदर सिंह, हुजूरी रागी गुरुद्वारा सदर द्वारा आशा की वार के कीर्तन गायन किया। ज्ञानी हरविंदर सिंह, हेड ग्रंथी ने गुरुनानक देव के जीवन पर प्रकाश डाला। भाई सुरजीत सिंह रसीला ने सतगुरु नानक प्रगटया, मीठि धुंध जग चानन होया का कीर्तन गायन कर गुरु घर आई संगत को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का समापन जानी जानी रे राजा राम की कहानी के अलौकिक कीर्तन से साथ हुआ। सभी श्रद्धालुओं ने गुरु का लंगर छका।

Posted By: Inextlive