हूती सैन्य प्रवक्ता याहया सरिया ने एक ट्वीट में कहा कि सऊदी अरब को अपनी आक्रामकता और यमन पर लगाए गए प्रतिबंध को रोकना चाहिए। ऑयल प्रोसेसिंग यूनिट 'सऊदी अरामको' फिर से हूती विद्रोहियों के निशाने पर है और वह कभी भी उसपर हमला कर सकते हैं।


दुबई (रॉयटर्स)। यमन के हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब स्थित ऑयल प्रोसेसिंग यूनिट 'सऊदी अरामको' पर फिर से हमला करने की बात कही है। विद्रोहियों ने सोमवार को कहा कि सऊदी अरामको अभी भी उनके निशाने पर है और वह कभी भी उसपर हमला कर सकते हैं। इसके साथ उन्होंने विदेशियों को तुरंत वह जगह खाली करने की सलाह दी है। हूती सैन्य प्रवक्ता याहया सरिया ने अपनी एक ट्वीट में कहा, 'सऊदी अरामको के अब्कैक और खुरैस में स्थित तेल इकाइयों पर ड्रोन से हमला किया गया था और ये हमले सामान्य थे। सऊदी अरब को अपने आक्रामकता पर काबू पाना होगा और साथ ही उसे यमन में लगाए गए प्रतिबंध को भी खत्म करना चाहिए।'पहले भी आतंकियों के निशाने पर रहा सऊदी अरामको
बता दें कि सऊदी अरब में स्थित दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल प्रोसेसिंग यूनिट 'सऊदी अरामको' पर शनिवार को ड्रोन हमला हुआ। इन रिफायनरीज को पूरी तरह से नष्ट करने के लिए विद्रोहियों ने करीब 10 ड्रोन से हमला किया था। अबकैक स्थित सऊदी अरामको के ऑयल प्रोसेसिंग यूनिट में एक दिन में 7 मिलियन बैरल तेल का प्रोसेसिंग होता है। पहले भी यह प्लांट आतंकियों के निशाने पर रहा है। इससे पहले अलकायदा ने बताया था कि फरवरी में तेल परिसर पर आत्मघाती हमलावरों ने भी हमला करने का प्रयास किया था।सऊदी अरब : दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल प्रोसेसिंग यूनिट पर ड्रोन हमला, हूती विद्रोहियों ने ली जिम्मेदारीतेल की कीमतों में उछालबता दें कि इस ड्रोन हमले ने लगभग चार महीनों में तेल की कीमतों को अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया है। इस हमले ने सऊदी अरब के आधे से अधिक तेल उत्पादन को जोरदार झटका दिया है। इस वजह से पूरी दुनिया को निर्यात किए जाने वाले  5.7 मिलियन बैरल या दुनिया की कुल प्रतिदिन आपूर्ति के 5 प्रतिशत से अधिक पर असर पड़ा है।

Posted By: Mukul Kumar