Saurabh Ganguly Birthday : भारत के पूर्व कप्तान और पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली आज अपना 50th बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। आइए आज इस स्पेशल डे पर जानें उनकी लाइफ से जुड़ी ये 5 चाैंकाने वाली बातें...


कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Saurabh Ganguly Birthday : भारत के पूर्व कप्तान और पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। क्रिकेट के दादा कहे जाने वाले गांगुली का जन्म 8 जुलाई, 1972 में हुआ था। 1992 से 2008 तक के अपने इंटरनेशनल करियर में, साैरव गांगुली ने भारत के लिए 42 की औसत से 7212 टेस्ट रन और 41 की औसत से 11363 वनडे रन बनाए हैं। इसमें कुल 38 सेंचुरी भी शामिल हैं। इतना ही नहीं अपने करियर के इंडिंग प्वाइंट पर उन्होंने आईपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स और फिर पुणे वॉरियर्स इंडिया को भी लीड किया। साल 2000 में मैच फिक्सिंग कांड के बाद इंडियन क्रिकेट को ऊपर उठाने के लिए जाने जाने वाले साैरव गांगुली को कई लोग सबसे प्रभावशाली भारतीय कप्तान मानते हैं।2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम की नींव रखने का क्रेडिट भी साैरव गांगुली को ही जाता है।
चैंपियंस ट्रॉफी हिस्ट्री का रिकाॅर्डसौरव गांगुली चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में 1998 से 2004 के बीच 3 सेंचुरी दर्ज करने वाले पहले बल्लेबाज हैं। गांगुली के अलावा अब तक खिलाड़ी हर्शल गिब्स, क्रिस गेल और शिखर धवन भी ऐसा कर चुके हैं। गांगुली, टेस्ट शतक और जीत


साैरव गांगुली ने जब भी टेस्ट सेंचुरी लगायी, भारत कभी मैच नहीं हारा। उन्होंने 113 टेस्ट मैचों में 42 के इंप्रेसिव एवरेज और 16 सेंचुरी के साथ 7212 रन बनाए हैं। किसी में भी हार का सामना नहीं करना पड़ा। एटीट्यूड से परेशानी हुयीसाैरव गांगुली जब 1992 में नेशनल टीम में आए तो शुरू में कथित ताैर पर उनमें एटीट्यूड काफी ज्यादा था जिसकी वजह से उन्हें हटाया भी गया था। हालांकि बाद में साैरव गांगुली ने इसमें काफी सुधार किया था। भाई स्नेहाशीष को रिप्लेस किया साैरव धीरे-धीरे जूनियर क्रिकेट में अपना शानदार प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद जब बंगाल रणजी टीम में चयन का समय आया तो उन्होंने किसी और को नहीं बल्कि अपने ही भाई स्नेहाशीष को रिप्लेस कर दिया था। लेफ्ट हैंड से बैटिंग का राजसौरव राइट हैंडर प्लेयर थे लेकिन बैटिंग लेफ्ट हैंड से करते थे। कहते हैं उनके भाई स्नेहाशीष लेफ्ट हैंडर हैं। इसी वजह से सौरव ने भी बैट लेफ्ट हैंड से पकड़ा था ताकि वह अपने बड़े भाई की किट का यूज कर सकें।

Posted By: Shweta Mishra