- परिवहन विभाग और पुलिस चलाएगी नए साल से साझा अभियान

- दून में बढ़ते हादसों को देखते हुए शुरू की गई पहल

priyank.mohan@inext.co.in

DEHRADUN

स्कूली बच्चों को सड़क हादसों का शिकार होने से बचाने के लिए दून को यूनाइटेड नेशंस ऑर्गनाइजेशन (यूएनओ) के 'सेव किड्स लाइव्ज' अभियान से जोड़ा गया है। इस अभियान के तहत दून में परिवहन विभाग पुलिस के साथ मिलकर स्कूल-कॉलेजों में जाकर बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देगी, साथ ही घरों पर जाकर उनके अभिभावकों को हादसे से बचने के उपायों के बारे में बताएगी।

हर रोज 600 बच्चे नहीं आते घर

दुनिया भर में हर रोज स्कूल को निकले 600 बच्चे घर वापस नहीं लौटते। यह आंकड़े यूएनओ के हैं, जिसने दून पुलिस को भी चौंका दिया है। पुलिस और परिवहन विभाग के एक सर्वे के अनुसार दून में हर रोज तीन से लेकर पांच छोटे-बड़े सड़क हादसे होते हैं। हादसों का शिकार होने वालों में सबसे ज्यादा युवा शामिल हैं। इतना ही नहीं देहरादून में हर दिन करीब 3 लाख बच्चे स्कूल के लिए घर से निकलते हैं। एआरटीओ प्रशासन संदीप सैनी ने बताया कि यही कारण है कि यूएनओ ने सेव किड्स लाइव्ज अभियान शुरू किया है। जिसमें परिवहन विभाग और पुलिस संयुक्त रुप से काम करेंगे। इस अभियान के तहत परिवहन विभाग और पुलिस यूएनओ के यूनिवर्सल वर्कप्लान के तहत रोड सेफ्टी के उपायों को लागू करेगी। अगले कुछ दिनों में स्कूल-कॉलेजों में जाकर बच्चों को इस अभियान का हिस्सा बनाकर उन्हें ट्रैफिक नियमों की बारीकियां समझाएगी। साथ ही घरों व मोहल्लों में जाकर अभिभावकों को सड़क सुरक्षा के नियमों के पालन के प्रति जागरूक करेगी।

3 साल का है रोडमैप

यूएनओ के इस अंतर्राष्ट्रीय अभियान का भारत भी हिस्सा है। यह इसलिए क्योंकि पूरे देश में सड़क हादसों में हर दिन तीन हजार के करीब लोग अपनी जान गंवा देते हैं, जिसमें बच्चे भी शामिल होते हैं। इस अभियान के तहत अगले 3 सालों में यानी वर्ष 2020 तक सड़क हादसों में मौतों को आधा करने का लक्ष्य रखा गया है।

सेल्फी करना हाेगा अपलोड

यूएन के इस अभियान से कोई भी जुड़ सकता है। इसके लिए आपको ट्रैफिक पुलिस से सेव किड्स लाइव्ज अभियान का कार्ड लेना होगा। कार्ड पर अपना मैसेज और कमेंट लिख कर सेल्फी लेनी होगी। जिसे www.savekidslives2015.org पर जाकर #savekideslives पर पोस्ट कर देनी होगी। अगर आपका आइडिया दुनिया को रास्ता दिखाने वाला हुआ तो आपको यूएन की सराहना भी मिल सकती है।

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वर्ष हादसे मृतक घायल

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सभी तैयारियां हो रही हैं। अगले कुछ दिनों में परिवहन विभाग की तरफ से इस अभियान को शुरू कर दिया जाएगा।

संदीप सैनी, एआरटीओ प्रशासन देहरादून

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राजधानी में सड़क हादसों के आंकड़े चिंताजनक हैं। यूएन के अभियान के साथ दून में भी जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

धीरेंद्र गुंज्याल, एसपी ट्रैफिक, देहरादून

Posted By: Inextlive