सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-उपासना की जाती है। धार्मिक ग्रंथों में सावन सोमवार का अति विशेष महत्व बताया गया है। सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार का बहुत महत्व माना जाता है। शिव पुराण के अनुसार जो भी इस माह में सोमवार का व्रत करता है भगवान शिव उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव की कृपा से विवाह सम्बंधित सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।


कानपुर। कल सावन का दूसरा सोमवार है। सावन सोमवार का व्रत दिन के तीसरे प्रहर यानी शाम तक रखा जाता है। सुबह स्नानादि नित्य कर्म करने के बाद व्रत का संकल्प करें। इसके बाद गंगाजल, बेलपत्र, सुपारी, पुष्प, धतूरा, भांग आदि से भगवान शिव का पूजन करें। इसके बाद व्रत कथा सुनें और फिर शिव मंत्रों का जाप करें। तीसरा प्रहर खत्म होने के बाद एक ही बार भोजन करें। सिर्फ सावन सोमवार ही नहीं शिवजी से जुड़े सभी व्रत तीन प्रहर तक ही किए जाते हैं। इस तरह से सावन के प्रथम सोमवार से लेकर अंतिम सोमवार तक इस व्रत का पालन करें।सोमवार का व्रत करने के फायदे-सोमवार का व्रत करने से चंद्रग्रह मजबूत होता है, जिससे फेफड़े का रोग, दमा और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
- अविवाहित लड़कियों के लिए यह व्रत बहुत लाभदायी होता है। मान्यता है कि 16 सोमवार को व्रत करने पर लड़कियों को उत्तम वर की प्राप्ति होती है। साथ ही चंद्रग्रह के मजबूत होने से व्यवसाय व नौकरी से संबंधित समस्या दूर होती है।


-पुराणों में बताया गया है कि जो भी भक्त सच्चे मन से सावन के सोमवार को शिवजी की पूजा करता है, तो उसे जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिलती है। और उसे शिवलोक की प्राप्ति होती है। साथ ही उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।-सावन के सोमवार का व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानियों से छुटकारा प्राप्त होता है। यह व्रत स्त्री और पुरुष दोनों रख सकते हैं।-सावन के सोमवार व्रत अकाल मृत्यु और दुर्घटनाओं से मुक्ति दिलाता है। सावन के सोमवार में भगवान शिव को धतुरा चढ़ाने से संतान सुख की प्राप्ति होती है।सावन सोमवार व्रत के नियम--सावन सोमवार के दिन जो व्रत ना भी रखता हो वो किसी भी अनैतिक कार्य करने से बचें।-सावन सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर भगवान का ध्यान करें। साथ ही बड़े और असहाय लोगों का अपमान ना करें।-सावन में भगवान शिव की पूजा में कम से कम बेलपत्र और धतूरा जरूर रखें।-सावन हरियाली का मौसम है। जो शिवजी को अत्यंत प्रिय है इसलिए पेड़-पौधों को काटने से बचना चाहिए।सावन सोमवार की पूजा विधि--सावन सोमवार के दिन जल्दी उठकर स्नान करें।-शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करें। साथ ही माता पार्वती और नंदी को भी गंगाजल या दूध चढ़ाएं।

-पंचामृत से रुद्राभिषेक करें, बिल्व पत्र अर्पित करें। शिवलिंग पर धतूरा, भांग, दूध, आलू, चंदन, चावल चढ़ाएं और सभी को तिलक लगाएं।-प्रसाद के रूप में भगवान शिव को घी-शक्कर का भोग लगाएं। धूप, दीप से गणेश जी की आरती करने के बाद शिव जी और माता पार्वती की आरती करें और प्रसाद का वितरण करें।श्रावण मास के सोमवार का महत्व-ऐसे माना जाता है कि सावन मास के सोमवार व्रत करने से पूरे वर्ष के सभी सोमवार व्रतों का फल मिल जाता है।-मान्यता है कि सावन के महीने में शिवलिंग की विशेष पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। कहा जाता है कि जो महिलाएं सावन के सोमवार का व्रत रखती हैं उनके पति को लंबी आयु प्राप्त होती है। साथ ही अविवाहित लड़कियों को मनपसंद जीवनसाथी मिलता है।-सावन में पडऩे वाले प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव का अभिषेक और पूजा करने से कालसर्प दोष की अशुभता कम होती है।हर सोमवार को है विशेष योग, मिलेगा मनवांछित फल
इस साल सावन मास में कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इन विशेष योग में शिव आराधना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी। पंचांग के अनुसार सावन के पहले सोमवार को विशेष योग बन रहे हैं। सोमवार को श्रावण मास का आरंभ हो रहा है। इस दिन तिथि प्रतिपदा है और वैधृति योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन नक्षत्र उत्तराषाढ़ा है। सूर्य मिथुन राशि और चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे जो विशेष फलदायी देने वाले हैं।पहले सोमवार को करें शिव के साथ श्रीहरी की पूजासावन मास का पहला सोमवार उत्तराषाढ़ा नक्षत्र वैधृति योग, कौलव करण और प्रतिपदा तिथि में पड़ रहा है। इस दिन बृहस्पति धनु राशि में और चंद्रमा मकर राशि में रहेगा। इसलिए इस सोमवार को शिव पूजा से विशेष फल की प्राप्ति होगी। इस दिन शिव के साथ भगवान विष्णु की पूजा से भी विशेष फल की प्राप्ति होगी।दूसरे सोमवार को करें शिव का जलाभिषेक-इस बार सावन माह कई विशेष योग लेकर आ रहा है। इसलिए इस बार हर सोमवार पर शिवजी की पूजा-अर्चना करने पर मिलेगा विशेष फल। दूसरे सोमवार को शिवजी पर जलाभिषेक करने करने से जीवन में सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है।तीसरे सोमवार को अर्पण करें भांग और धतूरा, मिलेगा उत्तम फलतीसरे सोमवार को भगवान शिव को भांग, धतूरा और शहद अर्पित करने से उत्तम फल मिलेगा साथ ही इस दिन शिवजी की पूजा करने से बेहतर स्वास्थ्य और बल का आशीर्वाद मिलेगा।चौथा सोमवार भक्ति और साधना के लिए है विशेष
सावन का चौथा सोमवार साधना और भक्ति के लिए उत्तम माना गया है। इस दिन भगवान शिव के सभी मंत्रों का जाप करके मंत्र सिद्धि प्राप्त किया जा सकता है। मान्यता है कि इस दिन साध्य योग में भगवान शिव की पूजा करने से कठिन से कठिन कार्स भी आसान हो जाता है।पांचवा सोमवार करेगा आर्थिक परेशानियों को दूरमान्यता है कि सावन के पांचवें सोमवार के दिन भक्तिभाव से शिव जी की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय मिलती है। जीवन पर आने वाले सभी संकट टल जाते हैं। इस बार इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग होने से सभी मनोकामना पूर्ण होगी साथ ही आर्थिक परेशानियों से भी निजात मिलेगी। इस दिन रवि योग होने से यह दिन सुख-समृद्धि प्रदान करने वाला है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari