- बुधवार शाम से शुरू हुई बारिश गुरुवार रात तक नहीं थमी

- कई जगह हुआ जलभराव, बिजली ने भी मारा करंट

- 15.77 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई

- 6 सालों में सबसे अधिक बारिश जनवरी में

- 2014 में 18 जनवरी को 36.3 एमएम बारिश हुई थी

- 15.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान

- 14.0 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान

LUCKNOW : भले ही यह मौसम ठंडक का हो लेकिन बुधवार शाम से लेकर गुरुवार देर रात तक हुई बारिश ने लोगों को इस मौसम में सावन सा अहसास करा दिया। दिन भर हुई बारिश के कारण लोगों को ठंडक से तो जरूर राहत मिली लेकिन जलभराव होने के कारण मुश्किलें भी बढ़ गईं। वहीं शाम को रिमझिम बारिश के बीच चली ठंडी हवाओं ने लोगों को फिर से अपने घरों में कैद कर दिया।

टूट गया 6 साल का रिकॉर्ड

यह भी जानकारी सामने आई है कि जनवरी माह में बुधवार और गुरुवार को हुई बारिश ने पिछले छह सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। इससे पहले 2014 में 18 जनवरी को 36.3 एमएम बारिश हुई थी। आलम यह रहा कि बुधवार शाम से रिमझिम बारिश की शुरुआत हुई और देर रात से गुरुवार दोपहर तक झमाझम बारिश हुई। जिसकी वजह से लोग अपने ही घरों में कैद होने को मजबूर हो गए। बारिश बंद न होने के कारण मार्केट में भी सन्नाटा पसरा नजर आया।

बदलते रहे बारिश के तेवर

गुरुवार सुबह से लेकर देर रात तक बारिश के तेवर भी खासे बदले। सुबह से लेकर दोपहर एक से डेढ़ बजे तक ठीक ठाक बारिश हुई, वहीं दो बजे के बाद बारिश की रफ्तार थमी। करीब बीस मिनट बाद फिर से तेज बारिश शुरू हो गई। शाम पौन पांच बजे के आसपास बारिश फिर कुछ धीमी हुई लेकिन दस मिनट बाद फिर से तेज बारिश होने लगी। शाम पौने छह बजे के आसपास बारिश थम गई, जिससे पब्लिक को राहत मिली। हालांकि देर रात फिर से बारिश हुई।

ठंडी हवाओं ने कंपाया

बारिश थमने के बाद ठंडी हवाएं चलीं, जिससे हर किसी को फिर से खासी ठंडक का अहसास हुआ। जैसे-जैसे रात गहराई माहौल और भी अधिक ठंडा हो गया। ठंडक से बचने के लिए बस अड्डे, रेलवे स्टेशन से लेकर ऑफिसेस तक में हीटर, ब्लोवर, अलाव जलते नजर आए।

आज भी होगी बारिश

आंचलिक मौसम केंद्र के डायरेक्टर जेपी गुप्ता ने बताया कि पश्चिम विक्षोभ के कारण बारिश हुई है। शुक्रवार को भी बारिश होने की संभावना है। जिससे साफ है कि शुक्रवार को भी लोगों को खासी ठंडक का अहसास होगा।

जलनिकासी के दावों की खुली पोल

अनवरत बारिश के कारण नगर निगम के जल निकासी के दावों की पोल भी खुल गई। शहर के कई इलाकों खासकर बाहरी एरिया जैसे सरोजनी नगर, आदर्श नगर, इस्माइलगंज द्वितीय समेत कई इलाकों में जलभराव की समस्या देखने को मिली। इसी तरह रेलवे स्टेशन, बस अड्डों पर भी पानी भरा। जिसकी वजह से मुसाफिरों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। चूंकि लगातार बारिश हो रही थी, इस वजह से पानी निकलने की उम्मीद भी टूट गई। हालांकि जलभराव के हालात बहुत ज्यादा खराब तो नहीं रहे लेकिन लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

सुबह से बिजली गुल

ऐशबाग डिवीजन के अंतर्गत आने वाले खजुहा, रामनगर समेत कई अन्य इलाकों में गुरुवार सुबह चार बजे ही बिजली गुल हो गई। सुबह बिजली जाने से हजारों लोगों को पानी के लिए भी खासा संघर्ष करना पड़ा। लोगों की ओर से कंपलेन दर्ज कराए जाने के बाद साढ़े नौ बजे के आसपास बिजली सप्लाई तो नॉर्मल हो गई, लेकिन दोपहर बाद फिर से बिजली गुल हो गई। करीब डेढ़ घंटे बाद सप्लाई नॉर्मल हुई। वहीं शाम को फिर से बिजली चली गई, जो काफी देर बाद आई। इसी तरह आलमबाग एरिया में भी बिजली की आंख मिचौली जारी रही।

Posted By: Inextlive