जेएनयू छात्र संघ के अध्‍यक्ष कन्हैया कुमार के साथ मारपीट और पटियाला हाउस कोर्ट में हिंसा सहित पूरे घटनाक्रम पर सुप्रीम कोर्ट का पैनल और दिल्ली हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार कोर्ट को आज रिपोर्ट सौंपेंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने तलब की रिपोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए न सिर्फ घटना की रिपोर्ट तलब की है, बल्कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी को निजी तौर पर कन्हैया और अन्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश दिया है। इस घटनाक्रम पर सुप्रीम कोर्ट का पैनल और दिल्ली हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार बृहस्पतिवार को रिपोर्ट सौंपेंगे। दिल्ली पुलिस को रिपोर्ट देने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार तक का समय दिया है। पटियाला हाउस अदालत ने कन्हैया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने भेजा पैनल
आदेश के बावजूद जब सुप्रीम कोर्ट को मामले की सुनवाई के दौरान हिंसा की शिकायत मिली, तो कोर्ट ने फिर सुनवाई की। छह वरिष्ठ वकीलों राजीव धवन, कपिल सिब्बल, हरेन रावल, दुष्यंत दवे, अजीत कुमार सिन्हा और एडीएन राव के पैनल को मौके का मुआयना करने भेजा गया। लेकिन प्रदर्शन और हिंसा पर उतारू लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के पैनल को भी नहीं बख्शा। पैनल पर हमला हुआ और भद्दी-भद्दी गालियां भी दी गईं। 

तिहाड़ पहुंचा कन्हैया
इस बीच जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोपी जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बुधवार को हुई सुनवाई में पटियाला हाउस कोर्ट ने दो मार्च तक तिहाड़ जेल भेज दिया है। तिहाड़ में कन्हैया को कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है। सीसीटीवी कैमरों से उस पर नजर रखी जा रही है। उसे वक्त बिताने के लिए कुछ किताबें और एक टीवी दिया गया है। इससे पहले पुलिस बुधवार रात कन्हैया को लेकर तिहाड़ पहुंची। वहां उसे साफ-सुथरी चादर और कुछ अखबार दिए गए। उसे जेल नंबर तीन की 10 बाय 20 की जेल मे रखा गया है। यहां टॉयलेट अटैच है। चौबीस घंटे पहरा रहेगा। यह वही जेल है, जहां किसी समय संसद हमले के दोषी आतंकी अफजल गुरु को रखा गया था।
कोई नहीं चाहता कन्हैया का साथ
जैसे ही खबर आई कि कन्हैया को तिहाड़ लाया जा रहा है, वहां कैद कैदियों में हलचल बढ़ गई। सवाल यही था कि कन्हैया को किसके साथ रखा जाएगा। हालांकि कोई भी अपराधी नहीं चाहता था कि एक पीएचडी छात्र उसके साथ रहे। जेल अधिकारियों के मुताबिक, कैदियों ने अब राहत की सांस ली है क्योंकि कन्हैया को अलग सेल में रखने का फैसला किया गया है।
इसके अलावा कोर्ट ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को निजी तौर पर कन्हैया और अन्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। पटियाला हाउस कोर्ट ने बुधवार को कन्हैया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। आज सुनवाई के दौरान कोर्ट मामले को दूसरी अदालत के सुपुर्द करने और मामले से राष्ट्रद्रोह की धारा हटाने पर भी विचार कर सकती है।
कोर्ट से बस्सी को फोन
सुप्रीम कोर्ट के पैनल ने वापस आकर सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पटियाला हाउस परिसर में भय का माहौल है। पुलिस सुरक्षा में नाकाम है। इस पर पीठ ने दिल्ली पुलिस के वकील अजीत कुमार सिन्हा से कहा कि वे पुलिस कमिश्नर से पूछ कर बताएं कि वे अभियुक्त व अन्य लोगों को सुरक्षा मुहैया करा सकते हैं कि नहीं। अदालत कक्ष से ही बस्सी को फोन किया गया। इस दौरान बस्सी ने कन्हैया की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी ली।
सामने आया नया वीडियो
इस पूरे घटनाक्रम के बीच कन्हैया का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें वह उमर खालिद के साथ देश विरोधी नारे लगाते दिख रहा है। इस वीडियो के सामने आने से कन्हैया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसके साथ ही उसकी तरफदारी कर रहे नेताओं के लिए उसका बचाव करना भी कठिन होगा। ज्ञात हो कि कांग्रेस और वामदलों के कई नेता यह कहते हुए कन्हैया का बचाव करते आ रहे थे कि उसने राष्ट्रविरोधी नारे नहीं लगाए।

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Posted By: Molly Seth