करोड़ों का घोटाला जांच का नतीजा सिफर
- गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में करोड़ों के फर्जीवाड़े का मामला
- प्रथम दृष्टया जांच में दोषी अधिकारियों पर नहीं हुई कोई कार्रवाई - दूसरी जांच के नाम पर अफसरों को बचाने का लग रहा आरोप LUCKNOW: एक तरफ जहां राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रहे तो दूसरी ओर उसके ही अफसर खेल के साथ 'खेल' करने में जुटे हैं। मामला राजधानी स्थित गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में साढ़े तीन सौ फर्जी दाखिल का है। खुलासे के बाद इस पर जांच बैठाई गई थी, लेकिन लगता है अधिकारियों को बचाने के लिए अभी तक इस पर कोई एक्शन नहीं लिया जा सका है। भ्रष्टाचार का बना अड्डाप्रदेश में खिलाडि़यों की खेल की शुरुआती ट्रेनिंग देने के लिए हॉस्टल और कॉलेज की व्यवस्था की गई है। यहां पर खेलों की ट्रेनिंग लेकर खिलाड़ी देश का नाम रोशन करते हैं। लेकिन जब खेलों की नर्सरी में ही भ्रष्टाचार का अड्डा बन जाए तो यहां से निकलने वाले खिलाड़ी भला पदक कैसे ला सकते हैं। ऐसे में खेलों का बंटाधार होना तय है।
डायरेक्टर को सौंपी थी जांचस्पोर्ट्स कॉलेज में जिन बच्चों ने जिले और मंडल में ट्रायल ही नहीं नहीं दिए, क्रिकेट में उनके भी एडमीशन ले लिए गए। इसमें लाखों रुपए की हेराफेरी की गई। जब यह मामला खुला तो प्रमुख सचिव खेल अनीता भटनागर जैन ने स्पोर्ट्स कॉलेज में फैली अनियमितताओं की जांच के आदेश दे दिए। पिछले साल जुलाई में शुरू हुई जांच की रिपोर्ट जांच अधिकारी खेल निदेशक डॉ। आरपी सिंह ने प्रमुख सचिव को सौंप दी।
जांच रिपोर्ट - कॉलेज में नियमों को ताख पर रख छमता से अधिक दाखिले लिए गये - 353 स्टूडेंट्स का अवैध तरीके से लिया गया दाखिला - 200 से अधिक दाखिले क्रिकेट में लिए गये - 225 स्टूडेंट्स को बिना फीस लिए ही दिया गया एडमिशन प्रथम दृष्टया दोषी - तत्कालीन प्रिंसिपल अनिल कुमार बनौधा (अब उप निदेशक) - 2015-16 में प्राचार्य रहे (अब डिप्टी डायरेक्टर) आरएन सिंह - वर्तमान प्रधानाचार्य विजय कुमार गुप्ता - लिपिक नदीम अहमद - लेखाकार रविकांत सक्सेना -सहायक लेखाधिकारी अनिल कुमार यादवजांच में थोड़ा समय तो लगता ही है। खेल निदेशक की जांच प्रथम दृष्टया थी, लेकिन सही और निष्पक्ष जांच के लिए आईएएस अधिकारी अमृता सोनी को जिम्मेदारी दी गई थी। हाल ही में उन्होंने रिपोर्ट दी है। उसके आधार पर आधार पर सभी अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जा चुका है।
- अनीता भटनागर जैन प्रमुख सचिव, खेल