- महाराजगंज के मधवलिया गो-सदन का मामला

- दो एसडीएम, मुख्य व उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी भी नपे

- डॉ। उज्जवल रमण नये डीएम बनाए गए

LUCKNOW : सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाराजगंज में निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिये बनाए गए आश्रय स्थल में बड़ा घोटाला पकड़े जाने पर डीएम अमरनाथ उपाध्याय समेत पांच अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। क्षेत्रीय विधायक की शिकायत पर अपर आयुक्त प्रशासनिक से कराई गई जांच में पता चला कि इस आश्रय स्थल में गोवंश की संख्या तो ज्यादा बताई ही गई साथ ही इसके लिये मिली जमीन की भी जमकर बंदरबांट हुई। गोवंश आश्रय स्थल में कई अन्य गंभीर अनियमिततायें भी पकड़ में आई हैं। वहीं, प्रयागराज में नगर आयुक्त के पद पर तैनात डॉ। उज्जवल रमण को महाराजगंज का नया डीएम बनाया गया है।

कागजों में दर्ज थे 2,500 गोवंश

सोमवार को लोकभवन में चीफ सेक्रेटरी आरके तिवारी ने बताया कि महाराजगंज जिले की निचलौल तहसील के मधवलिया गो-सदन में निराश्रित गोवंश के रखरखाव में लापरवाही की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इस पर शासन ने जांच के लिए अपर आयुक्त प्रशासनिक, गोरखपुर मंडल की अध्यक्षता में एक समिति गठित की। जांच में गोसदन में कई गंभीर अनियमितताएं पकड़ में आई। तिवारी ने बताया कि गोवंश की संख्या में भी गोलमाल किया गया था। कागजों में कुल 2500 गोवंश होने की बात कही गई थी, लेकिन मौके पर जांच के लिए पहुंची टीम को मात्र 954 गोवंश ही वहां मौजूद मिले।

जमीन की बंदरबांट

चीफ सेक्रेटरी ने बताया कि इसके अलावा गो- सदन की 500 एकड़ भूमि को अधिकारियों द्वारा गैरकानूनी ढंग से बंदरबांट की गई। गो-सदन संचालन के लिए वनविभाग की उक्त भूमि का कब्जा पशुपालन विभाग को दिया गया था। इसमें से करीब 328 एकड़ भूमि को किसानों, फर्म व अन्य व्यक्तियों को गैरकानूनी तरीके से अनुबंध करने का घोटाला भी पकड़ में आया। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि चारे और गोवंश रखरखाव के नाम पर सरकारी धनराशि का दुरुपयोग किया गया है। गोवंश की संख्या अधिक दर्शाने की मंशा से भी वित्तीय अनियमितता साबित हुई।

यह हुए सस्पेंड

जांच रिपोर्ट के आधार पर गो-सदन मधवलिया के अध्यक्ष और महाराजगंज के जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय, गो-सदन समिति के नामित सदस्य व तत्कालीन एसडीएम निचलौल देवेंद्र कुमार और वर्तमान एसडीएम सत्यम मिश्रा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी महाराजगंज डॉ। राजीव उपाध्याय व उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी निचलौल डा। वीके मौर्य को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ अनुशासनिक जांच के निर्देश दिए हैं। हालांकि चीफ सेक्रेटरी इस सवाल से बचते रहे कि घोटाले की शिकायत किसने और कब की।

विधायक की शिकायत पर हफ्ते भर में कार्रवाई

महराजगंज जिले के गो-सदन मधवलिया में अनियमितता की शिकायत वहां के क्षेत्रीय विधायक प्रेम सागर पटेल ने सीएम योगी आदित्यनाथ से विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान की थी। अपने ड्रीम प्रोजेक्ट में पलीता लगते देख योगी ने कड़ा एक्शन लिया और हफ्ते भर में ही डीएम समेत पांच अफसरों के सस्पेंड की कार्रवाई हो गई। विशेष सत्र के दौरान दो अक्टूबर को प्रेम सागर पटेल ने सीएम को गायों के रखरखाव में कमी और गायों की मौत का आंकड़ा छिपाने की जानकारी दी। सीएम ने कमिश्नर को जांच का निर्देश दिया। प्रेम सागर पटेल का कहना है कि जांच में उन्हें भी बुलाया गया। चूंकि इस समिति में क्षेत्रीय विधायक सदस्य होते हैं, इसलिए उनकी शिकायत का असर हुआ।

डॉ। उज्ज्वल महराजगंज के नये डीएम

गो-संरक्षण में धांधली के चलते महराजगंज के डीएम अमरनाथ उपाध्याय के निलंबन के बाद वहां नये डीएम की तैनाती कर दी गई। शासन ने सोमवार को दो आईएएस अफसरों के कार्यक्षेत्र में फेरबदल किया है। प्रयागराज, नगर निगम के नगर आयुक्त डॉ। उज्ज्वल कुमार को महराजगंज के डीएम का दायित्व सौंपा गया है जबकि लखीमपुर खीरी के मुख्य विकास अधिकारी रवि रंजन को नगर आयुक्त, नगर निगम प्रयागराज के पद पर तैनाती दी गई है।

Posted By: Inextlive