दुआओं से काम चलाएं, दवाएं नहीं हैं
- अस्पताल पहुंचने वालों में 80 फीसदी मरीज गर्मी से परेशान
-सीएम ने गर्मी शुरू होने से पहले ही दिए थे स्टॉक पूरा करने के आदेश -महत्वपूर्ण एंटीबायोटिक इंजेक्शन भी नहीं सरकारी संस्थानों में Meerut: लू और भीषण गर्मी से उल्टी, दस्त, पेचिस सहित दर्जनों गंभीर बीमारियों के मरीज बढ़ रहे हैं। लेकिन मेडिकल कॉलेज सहित जिला अस्पताल में दवाई न होने के चलते मरीजों को बाहर से दवाई खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जबकि गर्मी शुरू होने से पहले ही सीएम ने विभाग को गर्मी संबंधी सभी दवाई खरीदने का आदेश जारी किया था। आईनेक्स्ट टीम ने जाना हालगर्मी की बीमारियों में काम आने वाली एंटीबायोटिक, पेन किलर, या मल्टी विटामिन बी कांप्लेक्स जैसी दवाईयां जिले के दोनों अस्पतालों में शॉर्ट हैं। आईनेक्स्ट टीम ने मरीजों से बात की तो पता चला कि इन दवाईयों को बाहर मेडिकल स्टोर से खरीदने को कहा जा रहा है।
सरकारी अस्पतालों में भीड़पेट रोग विशेषज्ञ डॉ। राजेश अग्रवाल के अनुसार एक ओर जहां लू तेजी से चली हैं। वहीं तापमान ने भी 40 डिग्री को छुआ है। लू के साथ भीषण गर्मी मनुष्य शरीर को असहनीय हो रही है। जिसके चलते रोजाना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इस समय आने वाले मरीजों में 80 फीसदी मरीज गर्मी के कारण बीमार होकर अस्पताल में पहुंच रहे हैं। ज्यादातर मरीजों को पेट संबंधी बीमारी जैसे, लूज मोशन, हैजा, उल्टी, शरीर में पानी की कमी जैसी बीमारी हैं।
दोनों सरकारी अस्पतालों में एंटीबायोटिक इंजेक्शन नहीं -सीफोटेक्सिम-सर्जरी के बाद घाव सूखाने -पिपरासिलीन -सर्जरी के बाद -टेजोबेक्टम- सर्जरी के बाद -मेरोपेनम- किडनी व हार्ट मरीजों को -थाइयोपेंटान सोडियम- सर्जरी के पहले -एट्राक्युरियम- बेहोशी -प्रोपोफोल -ताकत के लिए -एमाक्सलीन- एंटीबायोटिक ये दवाई हैं गायब मेटफॉर्मिन, ग्लिक्टिन्स, ग्लैक्समेट, ओल्मीसॉटन, एंटीबायोटिक इंजेक्शन सिफोटेक्सिन, बच्चों के सिरप लीवोफ्लोक्सॉसिन, एंटीस्पॉमर्ेंटिक सिरप, मैट्रोप्रोरॉल, ईकोस्प्रिन, इंजेक्शन रैनटैक, पेंटोप्रोजॉल, एल्बुमिन और इंसुलिन। कैसे बचें गर्मी से - -काम काजी आदमी 1 बजे से 3 बजे की धूप से अवश्य बचें -जितना हो सके पानी अधिक से अधिक पीएं - जितना हो सके हल्का खाना खाएं - तले-भुने से दूरी बनाकर रखें - चाय और दूध छोड़कर दही का सेवन करें - बाजार में बिकने वाले पेय पदार्थो से दूरी बनाएं - फास्ट फूड पेट रोग में जहर का काम करता है इसे न छुएअस्पताल में अगर इतनी दवाईयां शॉर्ट हैं तो स्टॉक चेक किया जाएगा। साथ ही गर्मी में अस्पतालों में बढ़ रहे मरीजों को देखते हुए हर जरूरत की दवाई का इंतजाम कराया जाएगा।
-डॉ। सुभाष सिंह, सीएमएस मेडिकल कालेज इस समय इक्का-दुक्का दवाई को अगर छोड़ दें तो सभी दवाई स्टॉक में हैं। यदि ये दवाई नहीं हैं तो चेक कराता हूं। -डॉ। वीके गुप्ता, सीएमएस जिला अस्पताल