- स्कूली बच्चों की सेफ्टी पुख्ता करने के लिए प्रशासन ने जारी किए हैं 24 प्वॉइंट्स

- स्कूली बस, वैन संचालक उड़ा रहे गाइडलाइन की धज्जियां, सेफ्टी को लेकर नहीं सीरियस

देहरादून,

दून में स्कूली वाहन स्टूडेंट्स की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। न तो उन्हें बच्चों की सेफ्टी की चिंता है, न ही प्रशासन का डर। बच्चों की सेफ्टी के लिए प्रशासन द्वारा 24 प्वॉइंट्स की गाइडलाइन भी स्कूल वाहन संचालक फॉलो नहीं कर रहे हैं। आश्चर्य की बात है कि इनकी मनमानी के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं की जा रही। ट्यूजडे को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने स्कूल बसेज और वैन में सेफ्टी मेजर्स का रियलिटी चेक किया तो स्कूल वाहन संचालकों की मनमानी की पोल खुल गई।

जिला प्रशासन की गाइडलाइन किनारे

स्कूल बसेज और वैन संचालक जिला प्रशासन की गाइडलाइन का खुलेआम मजाक उड़ा रहे हैं। डीएम के आदेशों की भी उन्हें कोई परवाह नहीं। स्टूडेंट्स की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट की आदेश के तहत डीएम द्वारा 24 प्वॉइंट्स की गाइडलाइन जारी कर उसे फॉलो करने के आदेश दिए थे। लेकिन, इन्हें मानने को स्कूल वाहन चालक तैयार नहीं हैं। गाइडलाइन फॉलो कराने के लिए आरटीओ को जिम्मेदारी सौंपी गई है, वहीं स्कूल कैंपस में बच्चों की सेफ्टी को लेकर सीईओ को नोडल ऑफिसर बनाया गया है। लेकिन, न तो स्कूल वाहन संचालक गाइडलाइन फॉलो कर रहे हैं, न ही उनकी मनमानी पर लगाम लगाने के लिए सिस्टम तैयार है।

गाइडलाइन फॉलो कराना चैलेंज

स्कूली बच्चों की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए डीएम और सीईओ ने सभी स्कूल वैन, बस संचालकों को गाइडलाइन फॉलो करने के सख्त निर्देश दिए हैं। गाइडलाइन फॉलो न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। लेकिन, स्कूल वाहन संचालक कब मानेंगे और न मानने वालों पर कब कार्रवाई होगी इसका जवाब किसी के पास नहीं है।

न मानक पूरे, न सेफ्टी के इंतजाम

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने जब शहर में स्कूल बसेज और वैन का जायजा लिया तो अधिकांश स्कूल वाहनों में न तो सेफ्टी मेजर्स थे न ही मानकों का ध्यान रखा जा रहा है। अधिकांश स्कूल वाहनों में बच्चों को ठूस-ठूस कर भरा गया था। कई स्कूल वाहनों पर मानक के मुताबिक पीला कलर नहीं मिला। सेफ्टी के लिहाज से बसेज में स्पीड गवर्नर, फ‌र्स्ट एड बॉक्स, फायर फाइटिंग एक्विपमेंट भी नहीं मिले। कई स्कूल वैन पर न तो स्कूल की इन्फॉर्मेशन प्रिंट थी नही स्कूल व्हीकल लिखा था।

ये गाइडलाइन फॉलो करनी जरूरी

-स्कूल व्हीकल्स का कलर पीला होना चाहिए।

-स्कूल बस, वैन के आगे-पीछे स्कूल व्हीकल लिखा हो।

-व्हीकल में स्पीड गर्वनर जरूरी है।

-फ‌र्स्ट एड बॉक्स होना चाहिए।

-विंडोज में ग्रिल लगाना जरूरी।

-बस में फायर एक्सटिंग्वशर होना जरूरी।

-स्कूल का नाम व फोन नंबर व्हीलक पर प्रिंट होना जरूरी।

Posted By: Inextlive