- जयपुरिया स्कूल मैनेजमेंट ने इस साल फीस में की 18 फीसदी की बढ़ोत्तरी

LUCKNOW: नए सेशन शुरू होते ही राजधानी के प्राइवेट स्कूलों में हो रहे अवैध वसूली और मनमाफिक फीस वसूली से नाराज अभिभावकों ने मंडे को जमकर हंगामा किया। सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल गोमतीनगर में फीस वृद्धि से नाराज सैकड़ों अभिभावकों ने स्कूल मैनेजमेंट पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि स्कूल मैनेजमेंट ने 50 प्रतिशत तक फीस बढ़ी दी है। बीते शनिवार को प्रशासन ने अभिभावकों को नई फीस की लिस्ट थमा दी। प्रबंधन से बात करने के लिए अभिभावक मंडे सुबह करीब 7 बजे स्कूल कैम्पस पर इकठ्ठा होना शुरू हो गए। स्कूल प्रशासन ने इन आरोपों का गलत ठहराया है।

11 अप्रैल तक का समय

अभिभावकों ने बताया कि स्कूल प्रिंसिपल से फीस कम करने की मांग उठाई। प्रिंसिपल ने कोई भी कदम उठाने में असमर्थता जाहिर की है। उन्हें 11 अप्रैल तक स्कूल मैनेजमेंट के साथ वार्ता कराने का समय दिया गया है। इस दौरान कोई भी अभिभावक फीस जमा नहीं करेंगे।

दो साल में फीस हुई दोगुनी

अभिभावकों ने बताया कि स्कूल हर साल मनमाने तरीके से फीस बढ़ोतरी कर देता है। शिकायत करने पर बच्चों को स्कूल से निकालने की धमकी देता है। 2014 में पहली क्लास में 9650 रुपए प्रति तिमाही फीस ली जाती थी। 2015 दूसरी क्लास में ये 12975 रुपए हो गई। इस साल तीसरी क्लास में ये फीस 20350 रुपए कर दी गई है। स्कूल में देर से फीस जमा होने पर 100 रुपए लेट फीस लिया जाती थी अब स्कूल मैनेजमेंट ने इस बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया है। 15 दिन के बाद फीस जमा करने पर ये लेट फीस 2000 रुपए देना होगा। अभिभावकों का कहना है कि दो बेटियों को पढ़ाने पर एक की ट्यूशन फीस में 50 प्रतिशत तक की छूट थी। इस बार से उसे भी खत्म कर दिया गया है।

एसी के लिए बढ़ाई फीस

स्कूल मैनेजमेंट डेवलपमेंट का बाहना बनाकर फीस बढ़ोतरी को सही बताने में जुटा है। स्कूल प्रबंधन ने देर शाम अपना पक्ष रखा। मैनेजमेंट का कहना है कि सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल गोमतीनगर अपने छात्रों को मौजूदा सेशन में 2016-17 से वातानुकूलित क्लासेस की सुविधा देने जा रहा है। इस वजह से स्कूल को फीस बढ़ानी पड़ी। स्कूल प्रिंसिपल की ओर से जारी एक लेटर में यह स्पष्ट किया कि वातानुकूलित क्लासेस के कारण बढ़े हुए खर्च को संतुलित करने के लिए औसतन 18 प्रतिशत तक सभी क्लासेस में फीस बढ़ाई है। ये बढ़ोतरी 50 प्रतिशत तक बिलकुल भी नहीं है।

Posted By: Inextlive