PATNA : बहुत आराम कर लिए. मौज-मस्ती भी कर ली. अब स्कूल दौडऩे की बारी है. अपने बेटे-बेटी के लिए. एडमिशन टाइम शुरू हो गया है और गार्जियंस दौड़-धूप लगा रहे हैं.


न्यू ईयर में एंट्री हुई नहीं कि गार्जियंस को एडमिशन की चिंता सताने लगी। स्कूल व उस स्कूल के एडमिशन पैमाने को जानने के लिए गार्जियंस इन दिनों स्कूल का चक्कर लगा रहे हैं। लगाएं भी क्यूं नहीं, हर स्कूल में एडमिशन का अलग-अलग क्राइटेरिया जो है। हर गार्जियन उस क्राइटेरिया को पूरा करने में अभी से जुट गया है। गार्जियंस भले ही एडमिशन को लेकर परेशान हैं। हर स्कूल में मारामारी
100 सीट के लिए हर स्कूल में मारामारी होती है। लंबी लाइन लगती है। फॉर्म भरे जाते हैं। फॉर्म के पैसे भी लिए जाते हैं, लेकिन जब रिजल्ट निकलता है तो एडमिशन नहीं हो पाता। अब यहां पर आती है सीटों की समस्या। पटना के किसी भी टॉप स्कूलों में 100 से 150 से अधिक सीट नहीं है। पर, किसी भी स्कूल में रजिस्टे्रशन फॉर्म 2000 हजार से कम नहीं बिकते हैं। हर फार्म का दाम 5 सौ रुपए से कम नहीं होता है। ऐसे में गार्जियन के लिए काफी मायूसी हो जाती है, जब उनके बच्चे का नाम लिस्ट में नहीं होता है।

Posted By: Inextlive