चेन्नई के वनवाणी मैट्रिकुलेशन हायर स्कूल के छात्र इस ख़बर से बहुत ख़ुश हैं कि उनके स्कूल में ही पढ़े सुंदर पिचाई आज दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल के सीईओ बन गए हैं।


सोशल मीडिया पर ये ख़बर सोमवार कल रात से ही चल रही है लेकिन मंगलवार सुबह स्कूल के छात्र-छात्राओं को ये ख़बर सबसे पहले मॉर्निंग एसेंबली में प्रिंसिपल कावेरी पद्मनाभन ने दी।उन्होंने बच्चों से कहा कि अगर वे भी अपने इस सीनियर की तरह मेहनत करें तो उन्हें भी कामयाबी मिल सकती है।ये स्कूल आईआईटी चेन्नई कैंपस के हरे भरे इलाके में स्थित है। इस स्कूल के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे चेन्नई के लिए ये गर्व की बात है कि उसका अपना एक लड़का गूगल का सीईओ बना है।'हमारा भी योगदान'पट्टु सुब्रमण्यम इसी स्कूल में सुंदर पिचाई से दो साल सीनियर थे। वो याद करते हैं कि सुंदर कैसे मेहनती, पढ़ाकू और किताबों में डूबे रहते थे।उनके मुताबिक सुंदर के चेहरे पर हमेशा एक मुस्कान रहती थी लेकिन वो एक तरह से किताबी कीड़ा थे।


इस समय चेन्नई में बीएमडब्ल्यू के प्लांट में लॉजिस्टिक्स के प्रमुख के तौर पर काम कर रहे पट्टु सुब्रमण्यम कहते हैं, “एक बार मैं उनसे पेन्सिलवेनिया में मिला था। लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि ये शर्मिला सा लड़का कभी इतना बड़ा आदमी बनेगा।”

वो कहते हैं, “इतनी बड़ी वैश्विक कंपनी का नेतृत्व करना बहुत ही सम्मान और गर्व की बात है कि हमारे बीच से ही एक लड़का यहां पहुंच पाया है।”वो कहते हैं कि पिचाई का गूगल प्रमुख बनना हमारे लिए, वनवाणी स्कूल और सभी के लिए बहुत ही प्रेरणा वाली बात है।सेलवन का कहना है कि उनकी कामयाबी दिखाती है कि भले ही आपकी पृष्ठभूमि कुछ भी रही हो, लेकिन अगर आप किसी अपने लक्ष्य की दिशा में मेहनत करें तो सफलता निश्चित है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh