-जिला स्कूल कैंपस में साइंस, मैथ्स एंड एंवॉयरमेंट एग्जीबिशन

-स्टेट लेवल एग्जीबिशन में शामिल हुए 23 डिस्ट्रिक्ट के स्टूडेंट्स

>RANCHI: क्या आपने कभी सोचा है कि अस्पताल से फेंके गए सलाइन की बोतलों से ट्रेंडी चप्पल बन सकती है या फिर केले के पेड़ से खूबसूरत वॉल हैंगिंग और डोर मैट बन सकता है। बेशक थोड़ा हटकर है, लेकिन कुछ इसी सोच, अंदाज और मेहनत को जिला स्कूल में लगी स्टेट लेवल ब्ख्वीं जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी में देखा जा सकता है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, झारखंड की ओर से आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शनी में एक से बढ़कर एक रोचक प्रोजेक्ट को स्टूडेंट्स ने प्रस्तुत किया है, जो क्रिएटिव और यूजफुल फीचर्स को बयां कर रहे हैं। विज्ञान प्रदर्शनी में बतौर मुख्य अतिथि मंत्री सीपी सिंह ने शामिल हुए। मानव संसाधन विकास विभाग की सचिव आराधना पटनायक, जिला शिक्षा पदाधिकारी जयंत कुमार मिश्र समेत अन्य लोगों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उससे जुड़ी जानकारी ली। इस मौके पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया।

-साइंस एग्जीबिशन में खास--

मुर्गी के पंख का भी इस्तमाल--फोटो है--

गवर्नमेंट हाई स्कूल से आए इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स ने मुर्गी के पंख का इस्तमाल अपने मॉडल को तैयार किया। मुर्गी पंख से खाद के निर्माण के साथ हेयर बूम, डेकोरटिव आइटम को शामिल किया है।

मेडिकल वेस्ट का कमाल : कस्तूरबा गांधी ग‌र्ल्स हाई स्कूल, गढ़वा से आई सारा चौबे ने मेडिकल और कार्बोनिक वेस्ट से लेटेस्ट ट्रेंड को जोड़ दिया। सलाइन की प्लास्टिक से ट्रेंडी चप्पल, दवा की बोतलों से ताजमहल, ट्यूब से वॉल हैंगिंग और कई अनोखे मॉडल बनाए हैं। ।

केले का पेड़ को बनाया यूजफुल : गवर्नमेंट हाई स्कूल गढ़वा के स्टूडेंट्स ने केले के पेड़ का प्रयोग कर उसके खाद का निर्माण भी किया वहीं दूसरी ओर गन्ने के जूस निकालने वाली मशीन से इंस्पायर्ड होकर छोटी मशीन को तैयार कर दी।

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फीगर स्पीक्स के लोगो के साथ-

ख्फ् जिलों से प्रतिभागी हुए शामिल

क्क्9 मॉडल का बच्चों ने किया प्रदर्शन

क्ख्ब् प्रतिभागी हुए शामिल

क्क्9 टीचर्स हैं गाइड

Posted By: Inextlive