- एकेटीयू में तीन दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस का समापन

LUCKNOW: एकेटीयू द्वारा मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी गोरखपुर और डॉ। बाबासाहेब आंबेडकर प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी महाराष्ट्र के संयुक्त तत्वाधान में कॉन्टेम्परेरी कंप्यूटिंग और अप्लिकेशन विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस आईसीथ्री-2020 का शुक्रवार को समापन हुआ। कांफ्रेंस में विभिन्न देशों के 32 से अधिक वैज्ञानिकों ने 66 शोध पेपर प्रस्तुत किए गए।

बढ़ रही कंप्यूटर की क्षमता

अंतिम दिन प्रो। तारिक अल गजावी ने बताया कि सुपर कंप्यूटर 1सेकेंड में 148600 ट्रिलियन गणनाएं कर सकता है। नए शोधों से कंप्यूटर की क्षमता बढ़ रही है। प्रो। वीरा रोजनिजोवा ने डाटा एनालिटिक्स का उपयोग करते हुए अधिक प्रभावी स्मार्ट ग्रिड पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ेगी वैसे-वैसे इलेक्ट्रिसिटी की खपत और लोड में इजाफा होगा। भविष्य की इन समस्याओं से निपटने में स्मार्ट ग्रिड सहायक साबित होगी।

बीमारियों का पता लगाने में कारगर

प्रो। स्टीफन पिस्टोरियस ने कहा कि माइक्रोवेव राडार इमेजिंग से स्तन कैंसर का पता लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग छवियों को फिर से संगठित करने और स्तन घावों का पता लगाने के लिए किया जा सकता है। प्रो। खान इखरुद्दीन ने क्वांटिटेटिव इमेज एनालिसिस विषय पर कहा कि क्वांटिटेटिव इमेज एनालिसिस से ब्रेन ट्यूमर का पता लगाया जा सकता है। प्रो। इजराइल कोरन ने कहा कि मशीन लर्निंग तकनीक से रियल टाइम में साइबर फिसिकल सिस्टम पर होने वाले अटैक्स को नियंत्रित किया जा सकता है।

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मील का पत्थर साबित होगी कांफ्रेंस

एकेटीयू के वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक ने कहा कि भारतीय संस्कृति ने हमेशा विज्ञान और तकनीक को बढ़ावा देने का कार्य किया है। पौराणिक ग्रंथो में आज की आधुनिकतम तकनीक को हजारों वर्ष पहले ही प्रतिपादित किया गया था। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के परिपेक्ष्य में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में कोलेबरेटिव रिसर्च को बढ़ावा देने में यह कांफ्रेंस मील का पत्थर साबित होगी। समापन सत्र में कांफ्रेंस के को चेयर डॉ। अनुज शर्मा, सभी वैज्ञानिक यूनिवर्सिटी के वित्त अधिकारी जीपी सिंह आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive