- काशी विद्यापीठ के स्टूडेंट्स को अब तक नहीं मिला फीस रिम्बर्समेंट व स्कॉलरशिप

- विद्यापीठ, हरिश्चंद्र व यूपी कॉलेज के स्टूडेंट्स ने लगाई गुहार

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महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ सहित एफिलिएटेड कॉलेजेज के हजारों स्टूडेंट्स इस समय परेशान हैं। यह सिचुएशन शासन की ओर से फीस रिम्बर्समेंट व स्कॉलरशिप अब तक जारी न होने के कारण क्रिएट हुई है। विद्यापीठ, हरिश्चंद्र व यूपी कॉलेज के स्टूडेंट्स फीस रिम्बर्समेंट व स्कॉलरशिप के लिए पिछले दिनों आंदोलन भी कर चुके हैं। इतना ही नहीं, स्टूडेंट जिला समाज कल्याण अधिकारी से भी गुहार लगा चुके हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि फीस रिम्बर्समेंट व स्कॉलरशिप न मिलने के कारण वे नेक्स्ट क्लास की फीस नहीं जमा कर पा रहे हैं। वहीं बिना फीस दिए पढ़ाई करने से यूनिवर्सिटी सहित कॉलेजेज को लाखों रुपये की चपत लग गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत सारे स्टूडेंट्स बिना फीस जमा किए ही संस्था छोड़ कर चले जा रहे हैं।

ऑफलाइन नहीं ऑनलाइन फॉर्म

फीस रिम्बर्समेंट व स्कॉलरशिप के लिए अब ऑफलाइन नहीं ऑनलाइन फॉर्म भरे जाते हैं। यही नहीं, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स को फॉर्म फॉरवर्डिग भी ऑनलाइन ही करनी होती है। काशी विद्यापीठ सहित अन्य संस्थाओं ने फॉर्म को फॉरवर्ड कर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी को सौंप चुके हैं। वहीं उच्च शिक्षा अधिकारी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को स्टूडेंट्स की लिस्ट सौंप दी है। समाज कल्याण से ऑनलाइन फॉर्म गवर्नमेंट को भेजे जा चुके हैं। इसके बावजूद अब तक आधे-अधूरे स्टूडेंट्स की ही स्कॉलरशिप अकाउंट में आ सकी है। उधर विद्यापीठ एडमिनिस्ट्रेशन ने फीस के अभाव में स्टूडेंट्स को सशर्त एग्जाम में अपीयर होने की परमिशन दी है। शर्त यह है कि फीस जमा करने के बाद ही ऐसे स्टूडेंट्स का रिजल्ट डिक्लेयर किया जाएगा।

सौ रुपये में एडमिशन

समाज कल्याण डिपार्टमेंट की ओर से एससी, एसटी व ओबीसी कैटगरी के स्टूडेंट्स को फीस रिम्बर्समेंट मिलता है। वहीं एससी व एसटी कैटगरी के स्टूडेंट्स का एडमिशन मात्र सौ रुपये में किया जाता है। बाकी फीस शासन से फीस रिम्बर्समेंट प्राप्त होने पर स्टूडेंट जमा करते हैं।

फेल होने पर नहीं जमा करते फीस

यूनिवर्सिटी सहित कॉलेजेज के ग्रेजुएशन व पीजी फ‌र्स्ट इयर में एडमिशन लिए स्टूडेंट्स एग्जाम में फेल होने पर फीस नहीं जमा करते हैं। इतना ही नहीं, फेल हो जाने पर वह मार्कशीट तक लेने नहीं आते हैं। ऐसे में यूनिवर्सिटी व कॉलेजेज को हर साल फीस रिम्बर्समेंट व स्कॉलरशिप के मद में लाखों रुपये का घाटा हो रहा है।

Posted By: Inextlive