दो टीमों से खेलने वाले 5 क्रिकेटर्स, एक तो स्कॉटलैंड का है जो वर्ल्डकप क्वालीफाई नहीं कर पाया
आयरलैंड का टूटा सपना2019 वर्ल्ड कप क्वॉलीफायर के आखिरी सुपर सिक्स मुकाबले में वेस्टइंडीज की टीम ने पहली गेंद पर क्रिस गेल (0) का विकेट खोने के बाद इविन लेविस (66) और मलरेन सैमुअल्स (51) के अर्धशतकों की मदद से 48.4 ओवर में 198 रन बनाए। 199 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी स्कॉटलैंड की टीम का स्कोर जब 32.2 ओवर में पांच विकेट पर 125 रन था, तब बारिश ने मुकाबले में खलल डाल दी। इसके बाद मुकाबला शुरू नहीं हो सका और वेस्टइंडीज की टीम को विजेता घोषित कर दिया गया।ये हैं दो टीमों की तरफ से इंटरनेशनल मैच खेलने वाले 5 खिलाड़ी डोगी ब्राउन
दाएं हाथ के बल्लेबाज और मध्यम गति के तेज गेंदबाज डोगी ब्राउन स्कॉटलैंड और इंग्लैंड दोनों टीमों की तरफ से इंटरनेशनल मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी हैं। ब्राउन ने 1997 में डेब्यू किया था तब वो इंग्लैंड की तरफ से खेलते थे। उन्होंने 9 वनडे खेले जिसमें उनके नाम 99 रन दर्ज हैं। साथ ही 7 विकेट भी उनके खाते में दर्ज हैं। ब्राउन इंग्लिश क्रिकेट टीम के परमानेंट मेंबर नहीं बन पाए और उन्हें एक साल बाद बाहर होना पड़ा। ब्राउन ने 2006 में वापसी की, मगर इस बार टीम इंग्लैंड नहीं स्कॉटलैंड थी। उन्होंने स्कॉटलैंड की तरफ से 16 वनडे खेले जिसमें उनके नाम 220 रन और 15 विकेट दर्ज हैं। 48 साल के हो चुके ब्राउन फिलहाल यूएई क्रिकेट टीम के कोच हैं।अब्दुल हाफिज करदार अब्दुल हाफिज करदार एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर रहे, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के लिए टेस्ट मैच खेले हैं। वह ऐसे तीन क्रिकेटर्स में से एक थे, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दोनों देशों का प्रतिनिधित्व किया। इनके अलावा अन्य दो क्रिकेटर्स थ्ो आमिर इलाही और गुल मोहम्मद। आजादी के बाद वह पूरी तरह से पाकिस्तान क्रिकेट टीम में चले गए और वहां के पहले टेस्ट मैच कप्तान बने। करदार ने ऑक्सफोर्ड यूनीवर्सिटी और उत्तरी भारत टीम के लिए घरेलू क्रिकेट भी खेले। वह बायें हाथ के बल्लेबाज और धीमी गति से बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिन गेंदबाज थे। उन्होंने इंग्लिश कंट्री क्रिकेट में वार्कशॉयर का भी प्रतिनिधित्व किया है।जॉन जेम्स फेरिस
जॉन जेम्स फेरिस को जेजे फेरिस के नाम से ज्यादा जाना जाता है। इनका जन्म ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में हुआ और इन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत इंग्लैंड के खिलाफ और न्यू साउथ वेल्स के लिए ख्ोलते हुए की। उनका नाम 1889 के विस्डन क्रिकेटर्स ऑफ द ईयर में भी था। 1890 में वह इंग्लैंड चले गए, जहां उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ सिर्फ एक टेस्ट मैच खेला। इन सबसे अलग जेजे ने ग्लूस्टरशायर के साथ कई मैच खेले। बिली मिडविंटरबिली का जन्म इंग्लैंड में हुआ, लेकिन उन्होंने अपने क्रिकेट कॅरियर की शुरुआत 1877 में ऑस्ट्रेलिया के लिए पहला टेस्ट मैच खेलकर की, वह भी उस देश के खिलाफ जहां उन्होंने जन्म लिया था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए आठ टेस्ट मैच खेले। उन्होंने ऐसे पहले क्रिकेटर होने का रिकॉर्ड बनाया, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों के लिए और एकदूसरे के खिलाफ भी टेस्ट मैच खेले। टेस्ट मैच में उनका बैटिंग परफॉर्मेंस औसत दर्जे का था, लेकिन उनका अव्वल दर्जे का प्रदर्शन एक पायदान ऊपर ही था। इस तरह से वह अपने समय के बेस्ट ऑलराउंडर क्रिकेटर बनकर उभरे। आमिर इलाही
आमिर का जन्म 1 सितम्बर, 1908 में पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था। उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत भारत के लिए टेस्ट मैच खेलकर की। इसके बाद वह पाकिस्तान आ गए और फिर उन्होंने 1952 से 1953 तक यहीं के लिए टेस्ट मैच खेला। उन्होंने लेग ब्रेक गुगली बॉलर के रूप में पाकिस्तान के अंडर में 5 टेस्ट मैच खेले। उन्हें बेस्ट पाकिस्तानी टेस्ट क्रिकेटर होने का गौरव प्राप्त हुआ।