- मवाना, परीक्षितगढ़, हस्तिनापुर और माछरा ब्लॉक के 40 फार्मों में पाए गए फर्जी हस्ताक्षर

- चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के खिलाफ एसडीएम ने पुलिस को सौंपकर कराई एफआईआर

Mawana : तहसील में सक्रिय दलालों की पोल उस समय खुल गई जब अभिलेखों की जांच में एसडीएम ने राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना में फर्जीवाड़ा पकड़ा। इससे जहां तहसील कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। वहीं इस मामले में एक कर्मचारी की संलिप्ता सामने आने के बाद एसडीएम ने उसे पुलिस के हवाले कर थाने पर एफआईआर दर्ज कराकर डीएम को निलंबन की संस्तुति के लिए पत्र भेजा है।

एसडीएम ने की जांच

गरीबों के लिए राष्ट्रीय पारिवारिक अनुदान योजना का संचालन केंद्र सरकार की ओर से किया जा रहा है। जिसमें पात्र लाभाíथयों को योजना का फार्म भरकर तहसील में जमा करने के बाद लेखपाल की रिपोर्ट के बाद आगे की कार्यवाही की जाती है। मगर योजना का लाभ गरीब पात्रों को न मिलकर दलालों के माध्यम से आने वाले लोगों को मिल जाता है। तहसील में सक्रिय दलालों की पोल भी उस समय खुल गई जब मंगलवार को एसडीएम अर¨वद सिंह अभिलेखों की जांच के लिए आरके कार्यालय पहुंचे।

कर्मचारी को पुलिस को सौपा

दस्तावेजों की जांच के दौरान राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के अभिलेखों में फर्जीवाड़ा मिलने पर एसडीएम दंग रहे गए। संबंधित अभिलेखों में लेखपाल व कानूनगो के बजाय किसी अन्य ने उनके फर्जी हस्ताक्षार मिलने से कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। एसडीएम के निर्देश पर संबंधित कर्मचारी को पकड़कर थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। एसडीएम अर¨वद सिंह ने बताया कि मवाना ब्लॉक के अलावा परीक्षितगढ़, हस्तिनापुर, माछरा के 40 फार्म में फर्जी हस्ताक्षर पाए गए हैं। फर्जीवाड़े में रविकांत नाम के चतुर्थश्रेणी कर्मचारी की संलिप्ता पाए जाने पर पुलिस को सौंप एफआईआर दर्ज करा दी है।

Posted By: Inextlive