बैंक्वेट हॉल से लेकर पेट्रोल पम्प पर आवास विकास ने दी ढील

Meerut। इसे आवास विकास की मेहरबानी कहें या कुछ और, जिन आवासों को खुद कमिश्नर के आदेश पर सील किया गया था, उन्हें कुछ समय बाद ही मानक पूरे किए बिना ही खोल दिया जाता है। आवास विकास के अधिकारियों की इस लापरवाही के चलते शास्त्रीनगर में अवैध निर्माण फल फूल रहा है। जिन पर अधिकारी एक्शन नहीं ले रहे हैं।

पूरे नहीं हुए मानक

शास्त्रीनगर पीवीएस रोड स्थित शिवम बैंक्वेट हॉल को पिछले साल नक्शे के विपरित भवन निर्माण और आवासीय क्षेत्र में व्यवसायिक प्रयोग करने के मामले में कमिश्नर के आदेश पर सील किया गया था। करीब छह माह बाद भवन की सील खोल दी गई, जबकि बैंक्वेट हॉल के नक्शे या निर्माण में किसी प्रकार का बदलाव नही किया गया है। यहां तक की भवन का शमन शुल्क तक विभाग में जमा नही हुआ है।

सत्ता के दवाब में

पीवीएस रोड पर ही पीवीएस माल के ठीक सामने बने एक मार्बल शोरुम को भी गत वर्ष नक्शे के विपरित निर्माण और व्यवसायिक प्रयोग के तहत सील किया गया था लेकिन दो माह पहले इसी भवन में गौ रक्षा समिति का कार्यालय खोल दिया गया। समिति का कार्यालय खुलते ही इस भवन की सील भी हटा दी गई। फिलहाल इस भवन में समिति के कार्यालय का संचालित किया जा रहा है।

नोटिस तक सीमित

पीवीएस रोड पर कुटी चौराहे के पास स्थित पेट्रोल पम्प को भी आवासीय क्षेत्र में संचालित किया जा रहा है। इस पम्प के आसपास घनी आबादी का क्षेत्र है। गत वर्ष इस पंप के नक्शे और अनुमति संबंधी कागजात के लिए नोटिस जारी किया गया था लेकिन इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई।

शिवम बैंक्वेट को मुख्यालय के आदेश पर तीन माह के लिए खोला गया है। तीन माह के भीतर शमन शुल्क देने का समय मांगा गया है। इसके अलावा सभी अवैध निर्माण को नोटिस भेजा गया है और विभागीय स्तर पर जांच करने के बाद दोबारा सील किया जाएगा।

प्रमोद सिंह, ईएक्सईएन

शमन शुल्क के लिए भवन मालिक ने समय मांगा था जिसके आधार पर कुछ नियमों के तहत मुख्यालय के आदेश पर सील खोली गई है। पेट्रोल पम्प के मामले में नोटिस भेजा गया था लेकिन जवाब नही दिया गया इसलिए अब दोबारा नोटिस भेजकर आगे का एक्शन लिया जाएगा।

देवेंद्र सिंह, एई

Posted By: Inextlive