मिशन डिजिटल इंडिया

सीएटीसी बम्हरौली में शुरू हुआ स्मार्ट इंडिया हेकॉथन 2017

सिविल एविशन के लिए सॉल्यूशन ढूंढ़ने में लगे 375 टेक्नोक्रेट्स

ALLAHABAD: इंडियन गवर्नमेंट के सभी मिनिस्ट्री और डिपार्टमेंटों को डिटिलाइज करने व डिजिटल सॉल्यूशन ढूंढने के लिए शनिवार की सुबह साढ़े सात बजे से पूरे देश में 36 घंटे का सर्च मैराथॅन फॉर डिजिटल सॉल्यूशन शुरू हुआ। इसमें पूरे देश से करीब 10 हजार जीनियस टेक्नोक्रेट्स स्टूडेंट्स शामिल हुए। इसे स्मार्ट इंडिया हेकाथन-2017 का नाम दिया गया। बम्हरौली स्थित नागरिक विमानन प्रशिक्षण कॉलेज सीएटीसी भी इसका हिस्सा बना। यहां 375 टेक्नोक्रेट्स स्टूडेंट्स शामिल हुए।

मानव संसाधन विकास मंत्री ने किया उद्घाटन

सीएटीसी बम्हरौली में स्मार्ट इंडिया हेकाथन 2017 का शुभारंभ शनिवार की सुबह हुआ। 36 घंटे के मैराथन की शुरुआत केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली में किया। इसका लाईव टेलीकास्ट सीएटीसी बम्हरौली में भी हुआ। इस दौरान उन्होंने विभिन्न कॉलेजों के जीनियस स्टूडेंटों से इंडिया के सिस्टम को स्मार्ट और डिजिटल बनाने के लिए स्मार्ट सॉल्यूशन बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है जब प्रधानमंत्री के मिशन डिजिटल इंडिया से युवाओं को जोड़ते हुए उनसे प्लान मांगा गया है।

8.30 बजे से शुरू हुई कोडिंग

सुबह साढ़े सात से साढ़े आठ बजे तक जहां उद्घाटन समारोह का दौर चला, वहीं साढ़े आठ बजते ही सभी टेक्नोक्रेट्स को मिशन फॉर सर्च मैराथन के लिए एलर्ट कर दिया गया। घड़ी की सूईयां जैसे ही 8.30 पर पहुंची जीनियस टेक्नोक्रेट्स कोडिंग में लग गए। 54 टीमों में आए 375 टेक्नोक्रेट्स, मेंटर और जज के लिए अलग-अलग ग्रुप बनाया गया। उन्हें नेट कनेक्टिविटी के साथ ही लैपटॉप, एलसीडी स्क्रीन अवेलेबल कराई गई। साढ़े आठ बजे के बाद 54 टीमों के सभी मेंबर सिविल एविशन के लिए डिजिटल सॉल्यूशन ढूंढने में लग गए। सीएटीसी बम्हरौली के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर केशव शर्मा के साथ ही अन्य विभागो से आए अधिकारी भी मौजूद रहे। स्मार्ट इंडिया हेकाथन 2017 में कोयम्बटूर, पलक्कड़, चेन्नई, दिल्ली, नोएडा, चंडीगढ़, हैदराबाद, सोनीपत, भोपाल, पूने, नागपुर आदि महानगरों से आए टेक्नोक्रेट्स व जीनियस स्टूडेंट शामिल हुए।

देर रात पीएम ने की बात

पूरे दिन जीनियस टेक्नोक्रेट्स सिविल एविएशन सिस्टम को स्मूथ और बेस्ट बनाने के लिए डिजिटल साल्यूशन ढूंढने में लगे रहे। 36 घंटे के मैराथन में एक मिनट का भी ब्रेक न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा गया। इसीलिए एक टीम में आठ मेंबर शामिल थे, जो बीच-बीच में ब्रेक लेकर लगातार मिशन को जारी रखे हुए थे। देर रात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के थ्रू टेक्नोक्रेट्स से लाइव इंटरैक्ट हुए। स्टूडेंट्स से बातचीत के साथ ही उन्हें प्रोत्साहित किया।

36 घंटे के मैराथन का समापन 2 अप्रैल की शाम 8.40 बजे होगा। जजेज द्वारा विनर्स टीम के नाम की घोषणा की जाएगी। फ‌र्स्ट प्राइज पाने वाली टीम को एक लाख, सेकेंड प्राइज पाने वाली टीम को 75 हजार और थर्ड प्राइज पाने वाली टीम को 50 हजार रुपया कैश दिया जाएगा। सांत्वना पुरस्कार के रूप में दस हजार रुपये दिया जाएगा।

Posted By: Inextlive