लापता विदेशी ट्रैकर की खोज में मौसम बना बाधक
- मौसम की खराबी के कारण वेडनसडे को बेस कैंप के पास लैंड नहीं कर पाया हेलीकॉप्टर
GOPESHWAR: लापता विदेशी ट्रैकर का वेडनसडे को भी कुछ पता नहीं चल सका। खोजबीन में मौसम बाधा बन रहा है। मौसम की खराबी के कारण वेडनसडे को हेलीकॉप्टर बेस कैंप के पास लैंड नहीं कर पाया। पैदल रास्ते आगे बढ़ रहा रेस्क्यू दल भी अभी बेस कैंप में ठहरे ट्रैकर्स तक नहीं पहुंच पाया है। थर्सडे सुबह तक इनके पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। हंगरी का ट्रैकर है लापताछह सदस्यीय विदेशी टै्रकर्स का दल चमोली जिले में त्रिशूल पर्वत के आरोहण के लिए निकला है। इनमें हंगरी निवासी ट्रैकर पीटर विटेक लापता चल रहा है। त्रिशूल माउंट-टू बेस कैंप में ठहरे उसके साथियों ने तीन रोज पहले किसी तरह चमोली जिला प्रशासन तक यह खबर पहुंचाई। लापता ट्रैकर और बेस कैंप में ठहरे उसके साथियों की तलाश में एसडीआरएफ की टीम पैदल रास्ते से आगे बढ़ रही है। अभी तक यह टीम बेस कैंप तक नहीं पहुंच पाई है। चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत चौहान ने बताया कि सुबह सेटेलाइट से एसडीआरएफ की टीम से संपर्क होने पर स्थिति का पता चलेगा। उन्होंने बताया कि दोपहर में वायुसेना और एसडीआरएफ जवानों ने लापता ट्रैकर की तलाश में हेली रेस्क्यू शुरू किया। रेकी के लिए दोपहर गौचर हवाई पट्टी से उड़ान भरी, लेकिन मौसम की खराबी की वजह से हेलीकॉप्टर घटनास्थल के आसपास लैंड नहीं कर पाया। टै्रकर्स दल के जिन पांच सदस्यों के बेस कैंप में मौजूद होने की बात कही जा रही है, उनसे पूरे दिन संपर्क नहीं हो पाया और न ही उनकी तरफ से कोई संदेश प्रशासन को मिला। एसपी ने बताया कि थर्सडे को एसडीआरएफ जवानों के बेस कैंप पहुंचने पर सही स्थिति का पता चल पाएगा।