गूगल पर सर्च करते ही पता चल जाएगा कहां और किस रोड पर है आप का पोलिंग बूथ

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KAUSHAMBI : मतदाताओं के लिए एक अच्छी खबर है। विधान सभा चुनाव में वोटर्स को अपने बूथ के बारे में पता लगाने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। गूगल बाबा वोटरों को सीधे पोलिंग बूथ तक पहुंचा देंगे। इसके लिए मतदाताओं को गूगल पर अपने बूथ को सर्ज करना पड़ेगा। इसके बाद संबंधित बूथ का रोडमैप कम्प्यूटर की स्कीन पर सामने होगा। सड़क की स्थिति, गांव से बूथ की दूरी सहित तमाम जानकारियां गूगल पर आराम से मिल जाएंगी। निर्वाचन आयोग विस चुनाव को देखते हुए पूरे प्रदेश में यह सिस्टम लागू करने जा रहा है। सभी जनपदों के डीएम से पोलिंग बूथ का सारा ब्योरा व रोड मैप मांगा गया है।

चुनाव पूर्व शुरू होगी व्यवस्था

विधान सभा चुनाव को लेकर इस बार चीफ इलेक्शन अफसर ने पोलिंग सेंटर को खोजने के लिए पहली दफा नई व्यवस्था लागू करने की पहल शुरू कर दी है। मंशा अमल में आने के बाद किसी भी वोटर को अपने बूथ के बारे में जानने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। कहीं पर भी वह गूगल के जरिए बूथ का सारा रोडमैप देख व जान सकेगा। इसके पीछे मकसद यह है कि वोटर को आसानी से उसका पोलिंग सेंटर पता चल सकें। पुष्ट सूत्रों की मानें तो इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कि वर्ष 2012 में हुए चुनाव के सापेक्ष इस बार वोटर बढ़ गए है। जिसकी वजह से पोलिंग सेंटर बढ़ा दिए गए हैं। ऐसे में निर्वाचन आयोग को आशंका है कि वोटरों को अपना सेंटर खोजने में दिक्कत हो सकती है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए नई व्यवस्था को लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

शासन स्तर पर कवायद तेज

मंशा पर गौर करें तो जिस तरह से गूगल पर रोड मैप डाउन लोड किया गया है, ठीक उसी तर्ज से पोलिंग सेंटर भी गूगल पर अपलोड किए जाएंगे। किसी भी जिले का पोलिंग सेंटर कहीं से भी देखा जा सकता है। पिछले विधान सभा के चुनाव में दोआबा में कुल 1066 पोलिंग सेंटर थे। जिसे इस बार बढ़ाकर 1147 कर दिया गया है। अबकि 1500 वोटर पर नया पोलिंग सेंटर बनाया गया है। ऐसे में पोलिंग बूथ इस बार बढ़ जाएंगे।

इस तरह मिलेगी जानकारी

गूगल पर पर निर्वाचन आयोग की साइट लॉग करने के बाद जिला, विधान सभा और गांव का नाम वोटर को लिखना पड़ेगा। इतना सब कुछ लिखने के बाद वोटर को उसके मतदान केन्द्र सारा ब्योरा पता चल जाएगा। सर्च करने वाला वोटर यह भी देख सकेगा कि उसके बूथ को जाने वाली सड़क कौन सी है। कौन सी रोड से बूथ दूर पड़ेगा और किस सड़क से नजदीक। बूथ गांव से कितने किलो मीटर य मीटर की दूरी पर है।

बुधवार को प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों की बैठक लखनऊ में बुलाई गई थी। जिले पोलिंग सेंटरों का मैप तैयार कर लिया गया है। जिसे वहां मीटिंग में पेश किया जाएगा। व्यवस्था अमल में आने के बाद वोटर कहीं से भी नेट पर अपने बूथ का रोड पैम देख सकेंगे।

अखंड प्रताप सिंह,

जिला निर्वाचन अधिकारी

Posted By: Inextlive