अलग-अलग घटकों में अब तक आ चुके हैं 19,669 आवेदन

- हर रोज करीब डेढ़ सौ लोग कर रहे हैं आवेदन

DEHRADUN : शहरी क्षेत्रों में सभी को आवास उपलब्ध करवाने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) में आवेदकों की संख्या हर रोज बढ़ती जा रही है। हालांकि फिलहाल नगर निगम और जिला प्रशासन के स्तर पर आवेदकों के भौतिक सत्यापन का काम चल रहा है, लेकिन इस मामले में सबसे बड़ी समस्या जमीन को लेकर आने वाली है। इतनी बड़ी संख्या में आवेदकों को घर उपलब्ध कराने के लिए लैंड बैंक तैयार करना एक बड़ी चुनौती होगी।

अब तक क्9,म्म्9 आवेदन

इस योजना के तहत अब तक क्9,म्म्9 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं और हर रोज आवेदकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। करीब क्भ्0 आवेदक हर रोज नोडल एजेंसी नगर निगम पहुंचकर आवेदन कर रहे हैं। इस तरह से आवेदकों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

शुरुआती सर्वे में कम थे आवेदक

शुरुआती दौर में इस योजना के लिए लोगों की चिह्नित करने के लिए एक प्राइवेट एजेंसी हायर की गई थी। इस एजेंसी ने क्9,07ब् लोगों को योजना के लाभ के लिए पात्र माना था और इन सभी के आवेदन करवाये गये थे। बाद में लोग नगर निगम मुख्यालय पहुंचकर आवेदन कर रहे हैं।

7,फ्क्म् आवेदकों को चाहिए जमीन

इस योजना के तहत तीन वर्गो के अन्तर्गत आवेदन किये जा रहे हैं। पहला वर्ग उन लोगों का है, जिनके पास अपना घर नहीं है और न ही जमीन है। इस तरह के आवेदकों की संख्या 7,फ्क्म् है। इसी वर्ग के आवेदकों के लिए जमीन की जरूरत होगी। दूसरा वर्ग उन लोगों का है जिनके पास जमीन तो है, लेकिन कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते वे घर नहीं बना पा रहे हैं। ऐसे आवेदकों की संख्या क्भ्फ् है। तीसरा वर्ग उन लोगों का है, जिनके पास बहुत छोटे घर हैं और वे घर का विस्तार करना चाहते हैं। ऐसे आवेदकों की संख्या म्ब्भ् है। मलिन बस्तियों में रहने वाले क्क्,भ्भ्भ् आवेदन अभी तक इस योजना के तहत प्राप्त हुए हैं।

जमीन तलाशने के प्रयास शुरू

इस बीच नगर निगम ने पूरी तरह बेघर आवेदकों के घर बनाने के लिए जमीन तलाशनी शुरू कर दी है। निगम ने लेखपाल और नायब तहसीलदार को जमीन चिह्नित करने का काम सौंपा है, लेकिन अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है।

पहली सूची दो सप्ताह के अंदर

अब तक जो आवेदन आये हैं, नगर निगम उनका भौतिक सत्यापन के काम में जुटा हुआ है। जिला प्रशासन की ओर से भी रेन्डमली मॉनिटरिंग के लिए ख्0 अधिकारी नियुक्ति किये गये हैं। नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार अगले दो सप्ताह में भौतिक सत्यापन का काम पूरा हो जाएगा और योजना के तहत चुने गये आवेदकों की सूची तैयार हो जाएगी।

प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत फिलहाल आवेदकों के भौतिक सत्यापन का काम किया जा रहा है। 7 हजार से अधिक ऐसे आवेदक हैं, जिनके पास घर नहीं है। घर बनाने के लिए जमीन की जरूरत होगी। जमीन तशालने का काम चल रहा है। नगर निगम स्तर पर काम तेजी से चल रहा है।

रमेश चौहान, विकास विशेषज्ञ, नगर निगम, देहरादून

Posted By: Inextlive