- शीशमबाड़ा प्लांट में कूड़े से तैयार होगी खाद - खाद बनाने के लिए प्लांट में इंस्टॉल की गई हैं ट्रॉमल मशीनें - योजना से पब्लिक निगम और कंपनी तीनों को होगा फायदा

 

DEHRADUN: शहर का कूड़ा नए साल में दुर्गध नहीं सोना उगलेगा। दरअसल शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण आखिरी चरण में हैं। यहां कूड़ा डंप किया जाना क् दिसंबर से ही शुरू कर दिया गया था। अब इस कूड़े से खाद बनाकर बेचने की योजना है, जिसकी तैयारियां अंतिम चरणों में हैं। प्लांट में कूड़े से खाद बनाने वाली ट्रॉमल मशीनें लगा दी गई हैं, जो जल्द ही काम करनेे लगेंगी।

 

पब्लिक को होगा यह फायदा

शीशमबाड़ा प्लांट से पब्लिक को सबसे ज्यादा राहत मिलेगी। शहर का पूरा कूड़ा शहर से दूर शीशमबाड़ा में डंप किया जा रहा है, इससे दूनाइट्स के सुंदर दून का सपना साकार हुआ है। अब कूड़े से खाद बनाई जाएगी तो शहर का कूड़ा हर हाल में प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। शहर में कूड़े के ढेर नहीं दिखेंगे। जन स्वास्थ्य के लिए भी ये बेहतर होगा। इसके अलावा किसानों को जैविक खाद आसानी से उपलब्ध हो पाएगी।

 

निगम को प्लांट से लाभ

नगर निगम द्वारा पहले कूड़े के निस्तारण के लिए पैसा खर्च किया जाता था, अब शीशमबाड़ा प्लांट बन जाने के बाद निगम की यह चिंता दूर हो गई है। कूड़े के निस्तारण में खर्च किया जाना वाला पैसा अब विकास कार्यो पर खर्च होगा। निगम को सिर्फ कूड़ा शीशमबाड़ा प्लांट तक पहुंचाना होगा। इसके बाद खाद बनाने का काम कार्यदायी संस्था का होगा।

 

कार्यदायी संस्था बेचेगी खाद

कूड़े से जो खाद तैयार की जाएगी, उसका लाभ प्लांट का काम देख रही रैमकी कंपनी को होगा। कंपनी द्वारा कूड़े की खाद बनाकर उसे किसानों को बेचा जाएगा। ये आमदनी कंपनी की होगी। निगम कूड़े से खाद बनाने के लिए कंपनी को कोई पैसा नहीं दिया जाएगा। इसकी लागत, लाभ सहित खाद बेचकर कंपनी खुद निकालेगी।

 

सुबह-शाम उठेगा कूड़ा

नगर निगम अब शहर से सुबह-शाम, दो वक्त कूड़ा उठाकर शीशमबाड़ा पहुंचाया जाएगा। इसके लिए निगम ने अतिरिक्त वाहन हायर किए हैं। निगम के अपने करीब 70 वाहन भी कूड़ा उठान का काम करेंगे।

 

शहर में रोज 250 मीट्रिक टन कूड़ा

निगम द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार शहर में रोज 250 मीट्रिक टन कूड़ा पैदा होता है। पहले इस कूड़े को सहस्त्रधारा ट्रंचिंग ग्राउंड में डंप किया जाता था। लेकिन, प्लांट बनने के बाद अब ये इलाका भी कूड़ा मुक्त हो गया है।

 

कूड़े से खाद बनाने की योजना अच्छी है। इस योजना से कूड़ा भी फायदे का सौदा होगा। पब्लिक को तो सबसे बड़ी राहत इस बात से मिली है, कि अब शहर में कूड़े के ढेर नहीं दिखेंगे। हमारा शहर साफ-सुधरा होगा।

- विजय लक्ष्मी गुसांई, समाजसेवी

 

शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट निगम की सबसे बड़ी उपलब्धि है। प्लांट में इस साल से कूड़े से खाद बनानी शुरू कर दी जाएगी। सुबह-शाम हम शहर का कूड़ा उठाएंगे। स्वच्छ दून का सपना साकार हो रहा है।

- विनोद चमोली, मेयर, नगर निगम

Posted By: Inextlive