काशी विद्यापीठ से एफिलिएटेड कॉलेजेज के हजारों कैंडीडेट्स को राहत

एडमिशन की प्रॉब्लम को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने दी परमिशन

VARANASI

ग्रेजुएशन में एडमिशन की चिंता अब समाप्त हो गयी है। स्टूडेंट्स की समस्या को देखते हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने एफिलिएटेड कॉलेजेज को यूजी में फ्फ् परसेंट सीट बढ़ाने की स्वीकृति दे दी है। हालांकि बढ़ी हुई सीटों पर एडमिशन के लिए कॉलेजेज को यूनिवर्सिटी से परमिशन लेना होगा। सीट वृद्धि के इच्छुक एफिलिएटेड कॉलेजेज ख्0 अगस्त तक यूनिवर्सिटी में अप्लीकेशन कर सकते हैं। इसके बाद अप्लीकेशन एक्सेप्ट नहीं किया जाएगा।

फ्ब्भ् कॉलेजेज का एफिलिएशन

यूनिवर्सिटी से वाराणसी, चंदौली, भदोही, मीरजापुर, सोनभद्र व बलिया डिस्ट्रिक्ट के करीब फ्ब्भ् कॉलेज जुड़े हुए हैं। रजिस्ट्रार ओम प्रकाश ने बताया कि राजकीय, अनुदानित व स्ववित्तपोषित सभी कॉलेजेज के लिए यह आदेश समान रूप से प्रभावी होगा। कहा कि किसी भी दशा में एक सेक्शन में 80 स्टूडेंट्स से अधिक करने का परमिशन नहीं होगा। बहरहाल यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के इस कदम से हजारों उन कैंडिडेट्स को लाभ मिलेगा, जो मात्र एक दो नंबर कम होने के चलते एडमिशन से वंचित हो गए हैं।

हो रहे थे आंदोलन

यूनिवर्सिटी में काउंसलिंग बंद होने से कैंपस में सीट बढ़ाने के लिए अभी कोई आवाज नहीं उठ रही थी, लेकिन यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज में स्टूडेंट तो यूजी में फ्फ् परसेंट सीट वृद्धि की मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से आंदोलनरत थे। इसके चलते कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन को अग्रिम आदेश तक के लिए लॉ की काउंसिलिंग स्थगित करनी पड़ी थी। यूनिवर्सिटी के इस कदम से हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज सहित अन्य कॉलेजेज को राहत मिल गई है।

देना होगा इंफ्रास्ट्रक्चर का डिटेल

कॉलेजेज को सीट वृद्धि के लिए आवेदन के साथ-साथ अनुमोदित व कार्यरत टीचर्स का डिटेल भी देना होगा। इसके अलावा यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने एफिलिएटेड कॉलेजेज से टीचर्स के अनुमोदन पत्र, प्राध्यापकों की सैलरी का बैंक स्टेटमेंट, व्याख्यान कक्षों का डिटेल, लाइब्रेरी में उपलब्ध पुस्तकों की स्थिति, सेशन ख्0क्भ्-क्म् में अब तक एडमिशन लिए स्टूडेंट्स का सब्जेक्ट वाइज डिटेल, लैब की स्थिति के बारे में भी जानकारी मांगी है।

Posted By: Inextlive