सनबीम स्कूल लहरतारा और संतुष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिग एण्ड पैरामेडिकल साइंसेज में सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग

आई नेक्स्ट और फिटनेस प्लैनेट के ट्रेनिंग प्रोग्राम में बताए गए आत्मरक्षा के गुर

VARANASI : अटैक करने वाला खाली हाथों से हमला कर सकता है। गन और चाकू से भी हमला कर सकता है। इससे घबराए बिना अपनी हिम्मत और टेक्निक दिखाते हुए हमलावर को धूल चटा सकती हैं। आई नेक्स्ट और फिटनेस प्लैनेट की ओर से आयोजित वूमेन सेल्फ डिफेंस प्रोग्राम में बुधवार को एक्सपर्ट ने ऐसी ही लेडीज को खुद की रक्षा की टेक्निक दिया। चार दिनी ट्रेनिंग प्रोग्राम के दूसरे सनबीम स्कूल लहरतारा में ग‌र्ल्स को सेल्फ डिफेंस के बारे में बताया गया। इसके बाद संतुष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल सांइसेज सुंदरपुर में ट्रेनिंग दी गयी।

बताया बचना और हमला करना

सनबीम स्कूल लहरतारा में बड़ी संख्या में ग‌र्ल्स ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल हुई। एक्सपर्ट विक्की कपूर, अखिलेश रावत और गुरुप्रीत ने सेल्फ डिफेंस की ढेरों टेक्निक बताए। बताया कि चाकू लेकर कोई सामने से हमला करे तो डरना की बजाय खुद के बचाव करें। इसके बाद हमलावर के नाजुक अंगों के पर हमला करके उसे धराशायी कर दीजिए। उसके बाद हमला करते हुए लोगों को सुरक्षा के लिए आवाज दे सकती हैं। ठीक इसी तरह से कोई गन लेकर आ पहुंचे तो उसे बातों में उलझाएं। उसके करीब पहुंचें और हमला करके उसे धूल चटा दें। ट्रेनिंग प्रोग्राम से पहले सनबीम ग्रुप के चेयरमैन दीपक मधोक, डायरेक्टर भारती मधोक ने सभी ने स्वागत किया।

किसी को न दो मौका

सेकेंड सेशन में संतुष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिग एण्ड पैरामेडिकल सांइसेज सुंदरपुर में एक्सपटर्स ने लेडीज को बताया कि किसी भी वक्त कैजुअल नहीं रहना चाहिए। खतरा कभी भी और कहीं से आ सकता है। खतरा आने पर अपने दिमाग को संतुलित रखते हुए सबसे पहले उस खतरे को भांपें। उसके बाद हमलावर को चौंकाते हुए हमला करें। सही वक्त पर किया गया एक जोरदार हमला मजबूत हमलावर को भी भागने पर मजबूर कर देगा। जिस तरह पानी में डूबता कोई इंसान भले ही तैरना न जानता हो लेकिन हाथ-पैर जरूर मारता है। इसी तरह किसी हमले के दौरान सेल्फ डिफेंस में अपने हाथों-पैरों के साथ अपने आसपास मौजूद सामानों का इस्तेमाल बचाव के लिए करें। तब तक हिम्मत न छोड़ें जब तक मुसीबत टल न जाए। अपने को फिट और अवेयर रखने के लिए डेली एक्सरसाइज जरूर करें।

Posted By: Inextlive