निगम के साथ शहरवासियों को भी उठाने होंगे सार्थक कदम

शहर की गंदगी को साफ करने के लिए आम लोग भी करें पहल

Meerut। शहर को स्वच्छ बनाने के लिए हर व्यक्ति सहभागिता जरूरी है। इसके लिए सभी को पहल करनी चाहिए। एक दूसरे को दोष देने से शहर की गंदगी साफ नहीं होने वाली है। इसीलिए आओ हम गणतंत्र दिवस पर शपथ लेते हैं कि शहर को स्वच्छ रखने के लिए हम भी अपना योगदान देंगे।

ये है स्थिति

13 लाख है मेरठ शहर की कुल आबादी

500 रूपये का जुर्माना है सड़कों पर थूकने पर

20 हजार रुपये का जुर्माना नाले में कूड़ा फेंकने पर

3225सफाई कर्मचारी शहरभर में हैं तैनात

900 मीट्रिक टन शहर से निकलता है रोजाना कूड़ा

गंदगी को लेकर न तो निगम के अधिकारी गंभीर है और न ही प्रशासन। अभी तक शहर में कूड़ा निस्तारण प्लांट शुरू नहीं हो सका है, लेकिन सफाई के लिए शहरवासियों को भी सहभागिता दिखानी चाहिए।

सोनू

गंदगी को साफ करने के लिए निगम नागरिकों से लेकर निगम की भी जिम्मेदारी है। आम शहरी भी अगर थोड़ी सी पहल करें तो वाकई स्थिति बदल सकती है।

राजीव त्यागी

शहर की सफाई के लिए अक्सर निगम को ही जिम्मेदार माना जाता है। लेकिन शहरवासी भी पीछे नहीं हैं। हालत यह है कि डस्टबिन लगे होने के बावजूद भी लोग सड़कों पर कूड़ा फेंक देते हैं।

सीताराम वर्मा

अमूमन लोग सड़कों पर थूकने से भी गुरेज नहीं करते हैं। हालांकि, जुर्माना वसूलने का प्रावधान है लेकिन शायद ही शहर में थूकने को लेकर जुर्माना वसूला गया हो।

सिद्धार्थ

सड़क पर थूकने और कूड़ा फेंकने पर 500 रुपये से लेकर 20 हजार तक जुर्माने का प्रावधान है। शहर को स्वच्छ रखने के लिए सबकी भागेदारी आवश्यक है।

डॉ। कुंवरसेन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम

Posted By: Inextlive