इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय नेशनल सेमिनार का शुभारंभ

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पोलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट में दो दिवसीय नेशनल सेमिनार का शुभारंभ सैटरडे से हुआ। जिसमें द चैलेंजेस डायनमिक ऑफ इंडियन डेमोक्रेसी सब्जेक्ट पर वक्ताओं ने अपनी राय रखी। सेमिनार के उद्घाटन सत्र को वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो। पीआर अग्रवाल ने सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का वास्तविक अर्थ सुरक्षा, स्थिरता एवं परिवर्तन के माध्यम से समझा जा सकता है। उन्होंने विकास की चर्चा करते हुए तेजी से उभरते नक्सलवाद की ओर भी इशारा किया। प्रथम सत्र में कानपुर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो। जेवी वैशम्पायन ने लोकतांत्रिक संस्थाओं के कमजोर होने और मीडिया के मजबूत होने पर अपनी बात रखी।

गिनाई संसदीय लोकतंत्र की खामियां

सेमिनार के दूसरे सत्र में जैन भारती विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो। राम जी सिंह ने संसदीय लोकतंत्र की कमियों को गिनाया और विकास की राजनीतिक दुविधा के बारे में भी बताया। उन्होंने पंचायतों को मजबूत करने और युवाओं के हाथों में देश की बागडोर सौंपे जाने पर जोर दिया। दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रो। एमपी सिंह ने प्रतिनिधि लोकतंत्र को लोकतंत्र की रीढ़ बताया। इस दौरान नेहरु ग्राम भारती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो। केबी पांडेय, कानपुर यूनिवर्सिटी के प्रो। एके वर्मा, प्रो। कृष्णा गुप्ता आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive