निराला सभागार में 'मासूमियत पर हावी हैवानियत' विषय पर हुई संगोष्ठी

ALLAHABAD: मासूमियत पर हावी हैवानियत विषय पर बुधवार को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के निराला सभागार संगोष्ठी हुई। यहां इविवि सहित सहित कई अन्य संस्थानों के वक्ताओं ने विचार व्यक्त किया। मुख्य अतिथि अरबी फारसी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो। सालेहा रशीद ने स्त्री विमर्श अपनी बात रखी।

पुरुषों के बिना अधूरा है अस्तित्व

मुख्य अतिथि ने कहा कि जैसे स्त्री समाज का अहम हिस्सा है। वैसे पुरुष भी हैं। बिना पुरुषों के हमारा भी अस्तित्व अधूरा है। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने कहा कि हैवानियत सबसे पहले कमजोर को अपना शिकार बनाती है। आशिया अल्वी ने भी बढ़ती घटनाओं से निजात पाने की बेहतरीन सलाह दी। दिलीप चौरसिया व डॉ। विदुला दिलीप ने भी अपने अनुभवों को लोगों के बीच रखा। आयोजक शकील जौनपुरी ने शायरी के जरिए सभी का आभार व्यक्त किया.इस दौरान गोपाल ओझा, रेहान सिद्दीकी, सुमित पांडेय, अजय प्रजापति, सुनील आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विवेक रंजन सिंह ने किया।

Posted By: Inextlive