JAMSHEDPUR: एटीट्यूड गिफ्ट में नहीं मिलती। इसे हर इनसान को अपने अंदर अंकुरित करके फ्रूटफुल बनाने की जरूरत है। यह बात बिष्टुपुर स्थित जीआईआईटी प्रोफेशनल कॉलेज में आयोजित 'एटीट्यूड ए टूल' सब्जेक्ट पर आधारित सेमीनार सेमिनार में स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए टाटा स्टील, कैपेबिलीटी डेवलपमेंट के हेड रवि शंकर ने कही। उन्होंने कहा कि एटीट्यूड विरासत में भी नहीं मिलती, बल्कि इसे खुद गेन करना पड़ता है। यह एक मानसिक क्षमता है, जिसे शारीरिक क्षमता नहीं समझा जाना चाहिए। इस दौरान गेम्स के माध्यम से रवि शंकर ने यह समझाने का प्रयास किया कि स्टूडेंट्स क्लास रूम की पढ़ाई को अपने अच्छे एटीट्यूड से ज्ञान में परिवर्तित कर सकते हैं। ज्ञान को व्यवहार में लाकर उसे स्किल और स्किल से पैसनेट होकर वे दक्षता हासिल कर सकते हैं। हर स्टूडेंट को एटीट्यूड को एक टूल समझना चाहिए। इससे पूर्व कॉलेज के प्रिंसिपल ओम प्रकाश ने स्वागत भाषण देते हुए अतिथियों का परिचय कराया। साथ ही स्टूडेंट्स के चहुंमुखी विकास के लिए कॉलेज द्वारा संचालित विभिन्न प्रोग्राम की जानकारी दी। सेमिनार में कॉलेज के बीएससी आइटी, बीसीए, बीबीए व बीकॉम फस्ट सेमेस्टर के स्टूडेंट्स के अलावा टीचर्स उपस्थित थे।

Posted By: Inextlive