JAMSHEDPUR: साइबर सुरक्षा को लेकर छात्र गांव में जायें और ग्रामीणों को जागरूक करने का प्रयास करें। यह आने वाले दिनों का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। ये बातें मंगलवार को केएमपीएम वोकेशनल कॉलेज में साइबर सुरक्षा, डिजिटल मार्केटिंग एवं एंटरप्रेन्योरशिप के उद्घाटन के मौके पर कोल्हान यूनिवर्सिटी के प्रोवीसी डॉ रंजीत कुमार सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ शांति से किए गये कार्य से ही छात्र सफलता को प्राप्त कर सकते हैं। डॉ सिंह ने संस्थानों से आग्रह किया कि वे आइयूआइ की नीति पर चलें। आइयूआइ अर्थात इंस्टीट्यूट, यूनिवर्सिटी और इंडस्ट्रीज। इन तीनों में बेहतर तालमेल होना चाहिए। इससे छात्रों का ही नहीं, शिक्षा का भी विकास होगा। उन्होंने मैनेजमेंट को आ‌र्ट्स और साइंस दोनों का संयुक्त मिश्रण बताया।

अतिथियों का स्वागत

सेमिनार में देहरादून से आये साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ अंकुर चंद्रकांत व उद्यमिता विशेषज्ञ पीपुल्स फॉर चेंज के सौविक साहा ने भी अपने विचार रखे। सेमिनार के उद्घाटन के बाद सभी अतिथियों का स्वागत केएमपीएम वोकेशनल कॉलेज की प्राचार्य मीता जखनवाल ने किया तथा विषय प्रवेश कराया। अतिथियों का परिचय शिक्षिका माला चौधरी ने कराया तथा धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका रीता कुमारी ने दिया। सेमिनार का संचालन छात्र आर रोहित वर्मा व छात्रा ए साधना ने किया।

बिजनेस क्विज आयोजित

मौके पर विभिन्न स्कूलों व कॉलेज के छात्रों के बीच बिजनेस क्विज का आयोजन किया गया। इसका संचालन आइआइएम अहमदाबाद के कमलेश चौधरी ने किया। इस अवसर पर कोल्हान विवि के प्रॉक्टर डॉ। एके झा, ग्रेजुएट कॉलेज की प्राचार्य डॉ। उषा शुक्ला, को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्राचार्य डॉ। एसएस रज्जी, केयू के सिंडिकेट मेंबर राजेश शुक्ला, एलबीएसएम कॉलेज के डा। अविनाश कुमार सिंह, जैम फाउंडेशन के जीजू थॉमस, एएफ मदान के अलावा छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।

स्टूडेंट्स को मिले साइबर सुरक्षा के टिप्स

सेमिनार में देहरादून से आये साइबर विशेषज्ञ अंकुर चंद्रकात ने छात्रों को पावर प्वाईट प्रजेंटेशन के माध्यम से सोशल साइट्स, मोबाइल फोन, क्रेडिट कार्डस, बैकिंग सेक्टर, हैकिंग आदि विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साइबर सुरक्षा को लेकर छात्रों को कई तरह की जानकारी व टिप्स भी दिये गये। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम के सबसे ज्यादा शिकार बच्चे हो रहे हैं। इस कारण इन पर खास ध्यान देने की जरुरत है।

जरूरी है ये सावधानी

क्। अननोन डिवाइस में अपना एकाउंट न खोले।

ख्। अपने एकाउंट व डेबिट, क्रेडिट कार्ड का पासवर्ड या पिन नंबर किसी को न बतायें। यहां तक की अपने परिवार के सदस्यों को भी नहीं।

फ्। अभिभावक बच्चों की मॉनिट¨रग करें, आवश्यकता पड़े तो गूगल सहित अन्य डिजिटल माध्यमों से अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखे।

ब्। बच्चों की वाट्सएप व सोशल साइट की निगरानी भी अभिभावक समय-समय पर करें।

Posted By: Inextlive