-महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर सेमिनार आयोजित

JAMSHEDPUR: गांधी शांति प्रतिष्ठान एवं साहित्य समागम की ओर से शनिवार को महात्मा गांधी के शहादत दिवस के अवसर पर सेंटर फॉर एक्सीलेंस में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान रोशनी संस्था के सहयोग से क्म् लोगों ने नेत्रदान का संकल्प लिया। जिसमें प्रभात रंजन सिंह, निधि, नीता, सुनीता सिंह, कुमार दिलीप, शाहिदा परवीन, सुषमा रानी महतो, अशोक कुमार, संत कुमार समेत अन्य ने शामिल हैं।

संभव के साधक थे गांधी

सामाजिक कार्यकर्ता मंथन ने कहा कि गांधी संभव के साधक थे। हम इस मान्यता से समाज को मानवीय एवं सौहा‌र्द्रपूर्ण बना सकते हैं। उन्हें महामानव मान देने से तो गांधी बस पूजनीय होकर रह जाएंगे, अनुकरणीय नहीं बन पाएंगे। एएस फातमी ने कहा कि गांधी की हत्या का दिन भारतीय इतिहास के दुर्दिनों में शामिल है। आज हिंसा के खिलाफ अहिंसा को प्रतिष्ठित करने के संकल्प का दिन है। वरिष्ठ सामाजिक व्यक्तित्व दिनेश ने कहा कि दुनिया जो गांधी के विचारों को अव्यावहारिक मानती थी, आज प्रासंगिक मानती है। संगोष्ठी के अंत में गांधी फीचर फिल्म के निर्माण कि प्रक्रिया को बहुत ही बारीकी से बताते हुए प्रो। तामीर शाहिद ने कहा कि हर कहानी के पीछे एक कहानी होती है। इस फिल्म को बनाने में ख्0 बरस लगे और अथक परिश्रम करना पड़ा। तब जाकर न केवल इसे आठ-आठ ऑस्कर पुस्कार मिले बल्कि दुनिया भर से सराहा गया।

फिल्म दिखाई गई

कार्यक्रम में फीचर फिल्म गांधी दिखाई गई और बच्चों के बीच क्विज का आयोजन किया गया। इसमें अंकित, अनुकृति अंकिता, मोहित आदि ने भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अरविंद अंजुम, अंकित, संजय सिंह, डॉ। आशुतोष आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई।

Posted By: Inextlive