-एनॉलिसिस मशीन से हो सकता है डाटा लॉस

BAREILLY:

दस किलोवॉट से अधिक के बिजली कनेक्शन के मीटर रीडिंग में पिछले दिनों मिली गड़बड़ी का रीजन सेंसर हैं। मीटर में लगे सेंसर अपनी जगह से हट गए थे। जिसके चलते मीटर रीडिंग की एमआरआई नहीं हो सकी थी। एमआरआई करने वाली कंपनी का कहना है कि जिस मशीन से एमआरआई की जा रही है उससे डेटा लॉस होने की चांसेस सबसे अधिक हैं। इस बात की जानकारी बिजली विभाग के एक्सईएन को दे दी गयी हैं।

चीफ ने पकड़ी थी गड़बड़ी

मीटर रीडिंग की एमआरआई का काम आगरा की इनवेंटिव सॉफ्टवेयर साल्यूशन कंपनी करती हैं। पिछले दिनों चीफ इंजीनियर राजकुमार अग्रवाल ने 13 मीटर रीडिंग के एमआरआई में गड़बड़ी पायी थी। जिसके बाद उन्होंने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की संस्तुति एमडी ने की थी। जिसके बाद कंपनी के अधिकारियों के बीच काफी हलचल मच गयी थी। कंपनी के अधिकारियों ने अपने स्तर पर किए जांच में पाया कि यह सब मीटर में लगे सेंसर के चलते हुआ है। सेंसर अपनी जगह से हट गया था। जिस वजह से कर्मचारियों को मैनुअल रीडिंग करनी पड़ी थी। 12 से अधिक मीटर में सेंसर अपनी जगह से हटने के मामले सामने आए हैं। जिसे बदल दिया गया हैं।

डाटा लॉस होने का भी डर

कंपनी के इंचार्ज वीपी सिंह ने बताया कि मीटर रीडिंग की एमआरआई एनॉलिसिस मशीन से हो रही है। इस मशीन से यदि एक साथ 20 से 25 मीटर रीडिंग का एमआरआई एक साथ कर दिया जाए तो डाटा लॉस होने के पूरे चांसेज है। इस संबंध में एक्सईएन को बता दिया गया है। 22 मशीनों में से 8 मशीने एनॉलिसिस के ही हैं। जबकि, बाकी केंट की मशीनें हैं। केंट की मशीनें अच्छी है। इससे डाटा लॉस होने का डर नहीं हैं।

Posted By: Inextlive